नयी दिल्ली , अक्टूबर 5 -- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत और रुस की दोस्ती की तुलना 'ध्रुव तारे' से करते हुए शुक्रवार को कहा कि दोनों देश अपने आर्थिक संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जायेंगे।
श्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन के साथ यहां हैदाबाद हाउस में 23वीं भारत-रूस वार्षिक शिखर बैठक के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलने में बताया कि भारत आर्थिक क्षेत्र में रूस के साथ संबंधों को नयी ऊचाइयों पर ले जाने को उच्च प्रथमिकाता देता है। उन्होंने कहा कि श्री पुतिन की इस यात्रा में दोनों देशों ने आर्थिक और व्यापारिक क्षेत्र, श्रमिकों की आवाजाही एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण, व्यापारिक मार्गों के विकास, जहाज निर्माण और नाविकों के लिए प्रशिक्षण, यूरिया उत्पादन , दुर्लभ खजिन, परमाणु ऊर्जा , खाद्य सुरक्षा मानक, स्वास्थ्य सेवा एवं स्वास्थ्य शिक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज की बातचीत में दोनों पक्षों ने आर्थिक सहयोग के विस्तार के लिए 2030 तक का एक आर्थिक सहयोग कार्यक्रम बनाया है।
श्री मोदी ने भारत रूस संबंधों पर कहा, ' पिछले आठ दशकों में विश्व में अनेक उतार चढ़ाव आये हैं। मानवता को अनेक चुनौतियों और संकटों से गुजरना पड़ा है और इन सबके बीच भी भारत-रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है।"उन्होंने कहा कि दोनों देशों के ये संबंध परस्पर सम्मान और गहरे विश्वास पर टिके हैं और समय की कसौटी पर हमेशा खरे उतरे हैं।
श्री मोदी ने कहा कि भारत और रूस की कंपनियों के फोरम के माध्यम से दोनों के आर्थिक एवं व्यवसायिक संबंधों को नयी ताकत मेलेगी। उन्होंने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि यह मंच हमारे व्यावसायिक संबंधों को नई ताकत देगा। इससे निर्यात , सह-उत्पादन और सह नवाचार के नए दरवाजे भी खुलेंगे।"प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि दोनों पक्ष भारत- यूरेशियन आर्थिक संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते की बातचीत शीघ्र पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं।
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