नयी दिल्ली , दिसंबर 12 -- देश में वर्ष 2025 के दौरान 44,000 से अधिक नयी स्टार्टअप इकाइयों को मान्यता दी गयी और इस तरह भारत में अब सरकारी-मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स की संख्या दो लाख से अधिक हो गयी है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया पर शुक्रवार को 2025 का शानदार समापन-एक अभूतपूर्व उपलब्धि! शीर्षक एक पोस्ट में यह जारकारी दी। उन्हेंने कहा, ' इस वर्ष ही 44,000 से अधिक स्टार्टअप्स को मान्यता मिली। यह स्टार्टअप इंडिया पहल शुरू होने के बाद से किसी एक वर्ष में सबसे बड़ी संख्या है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री गोयल के इस पोस्ट को रिपोस्ट किया।
श्री गोयल ने कहा कि इस उपलब्धि को और खास बनाता है कि इन मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स में से लगभग 48 प्रतिशत में कम से कम एक महिला निदेशक या साझेदार हैं। साथ ही, इन स्टार्टअप्स ने 21 लाख से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार भी सृजित किए हैं।
उन्होंने लिखा है कि श्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के आह्वान को "हमारे युवा उद्यमियों, नवोन्मेषकों और निवेशकों का मजबूत समर्थन मिला है।" यह सफलता निम्नलिखित प्रयासों से संभव हुई है। उन्होंने बताया कि 1350 से अधिक स्टार्टअप इकाइयों में स्टार्टटप फंड और फंड्स के अंतर्गत वैकल्पिक निवेश कोषों ने 25,320 करोड़ रुपये से की पूंजी लगायी है।
इसी तरह स्टार्टअप ऋण गारंटी योजना के के तहत 775 करोड़ रुपये से अधिक की गारंटी स्वीकृत की गयी है।
श्री गोयल ने बताया कि स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना के तहत इनक्यूबेटरों द्वारा 3,200 से अधिक स्टार्टअप आवेदन पर 585 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी की गयी है। देश भर के स्टार्टअप ने अब तक 16,400 से अधि नए पेटेंट आवेदन दाखिल किये हैं1 इसी तरह 34,800 से अधिक मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स का सरकारी आनलाइन मार्केट मंच जेम इंडिया पर जोड़ा गया है जिससे उन्हें प्रतिस्पर्धा और सफलता के लिए समान अवसर मिला है।
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