मैकाय , अक्टूबर 08 -- ऑस्ट्रेलिया अंडर 19 और भारत अंडर 19 के बीच दूसरे चार दिवसीय मैच में शुरू से अंत तक तेज गेंदबाज़ों और स्पिनरों दोनों का दबदबा रहा। यह मैच महज दो दिनों के अंदर ही समाप्त हो गया। भारतीय टीम ने इस मुक़ाबले में जबरदस्त जीत हासिल की है।
पहले मैच में ब्रिस्बेन की परिचित परिस्थितियों में भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ी इकाई ने ख़ास प्रदर्शन नहीं किया था। उस मैच में उन्होंने पहली पारी में 243 और फिर 127 रन बनाए थे। उस मैच में मेजबान टीम को एक पारी और 58 रनों की बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि उस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने कई मौक़ों पर वापसी का अच्छा प्रयास किया था। हालांकि दूसरे मैच में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला। सिर्फ़ विकेटकीपर-बल्लेबाज़ एलेक्स ली यंग ही बल्ले से अपनी क्लास दिखा पाए, लेकिन उन्हें अन्य किसी खिलाड़ी का साथ नहीं मिला।
उन्होंने मैच का एकमात्र अर्धशतक (पहली पारी में 66 रन) बनाया। इस पारी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया 135 रन पर ढेर हो गया। इसके बाद उनकी दूसरी पारी और भी ज़्यादा निराशाजनक रही और वे 116 रन पर ढेर हो गए। इससे भारत को पहली पारी में 36 रन की बढ़त हासिल हुई। एक कम स्कोर वाले मुकाबले में भारत को सिर्फ़ 81 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे उन्होंने तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
दूसरे दिन भारत ने अपनी पहली पारी में 144-7 के स्कोर से खेलना शुरू किया। हेनिल पटेल और दीपेश देवेंद्रन सुबह जल्द ही आउट हो गए, जबकि हेनिल केसी बार्टन का चौथा शिकार बने। भारत ने इस पारी में कुल 171 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए चार्ल्स लैशमंड, विल बायरम और जूलियन ओसबोर्न ने दो-दो विकेट लिए।
ऑस्ट्रेलिया ने फिर से बल्लेबाज़ी की, और सात ओवरों के भीतर 9 रन पर 3 विकेट खो दिए, जिसमें हेनिल ने दो और उधव मोहन ने एक विकेट लिया। ऑस्ट्रेलिया इस दबाव से कभी बाहर ही नहीं निकल पाया। जयडेन ड्रेपर (15) और यंग (38) के बीच छठे विकेट के लिए 32 रन की साझेदारी हुई लेकिन यह ज़़्यादा देर तक नहीं चल पाई। इस तरह से वे सिर्फ़ 40.1 ओवर में ही ऑलआउट हो गए। हेनिल और लेग स्पिनर नमन पुष्पक ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि मोहन को दो विकेट मिले। इस पारी में केवल चार ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ही दोहरे अंक तक पहुंच पाए।
लक्ष्य ज़्यादा बड़ा नहीं था, लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि भारत को जीत के लिए थोड़ी मेहनत करनी होगी। वैभव सूर्यवंशी पहले ओवर में लैशमंड की पहली ही गेंद पर आउट हो गए। कप्तान आयुष म्हात्रे भी ज़्यादा देर नहीं टिक पाए और बार्टन ने उन्हें 13 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया। लेकिन विहान मल्होत्रा और वेदांत त्रिवेदी ने छह ओवर से कुछ ज़्यादा समय में 49 रन की साझेदारी की और भारत पर दबाव नहीं बनने दिया।
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