चेन्नई , अक्टूबर 7 -- केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) के महानिदेशक अभिषेक सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता से संबंधित जो व्यवस्था तैयार की है वह दक्षिण के देशों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
श्री सिंह ने यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास परिसर में 'एआई गवर्नेंस पर कॉन्क्लेव' का औपचारिक उद्घाटन करते हुए कहा कि दक्षिण के देशों को अपनी आवाज़ उठाने और एआई के उच्च मंच पर जगह पाने की आवश्यकता है ताकि एक ऐसा ढाँचा तैयार किया जा सके जो वास्तव में समावेशी और सहभागी हो।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित