नयी ददिल्ली , नवंबर 20 -- कांग्रेस ने अमेरिका-चीन आर्थिक और सुरक्षा समीक्षा आयोग की हाल में आई वार्षिक रिपोर्ट को भारत के लिए चिंताजनक बताया और इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करते हुए कहा कि उनकी सरकार को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने गुरुवार को यहां सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि रिपोर्ट में भारत से जुड़े संवेदनशील सुरक्षा मुद्दों का उल्लेख है जिसने भारत की राजनयिक स्थिति के लिए चिंता पैदा कर दी है।

उन्होंने कहा कि यह वार्षिक रिपोर्ट करीब 800 पेज की है और इसके पृष्ठ 108 और 109 में दिये उल्लेख आश्चर्यजनक और समझ से परे हैं। रिपोर्ट में इस साल अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले को पाकिस्तान द्वारा आयोजित 'विद्रोही हमला' बताया गया है। इसके साथ ही रिपोर्ट में इसके बाद चार दिन चले संघर्ष में भारत पर पाकिस्तान की 'सैन्य सफलता' बताया गया है।

कांग्रेस नेता ने पूछा, "क्या प्रधानमंत्री और विदेश मंत्रालय इस रिपोर्ट पर अपनी आपत्ति दर्ज कराएंगे। यह रिपोर्ट हमारी कूटनीति को एक और गंभीर झटका है। सरकार बताए कि इस रिपोर्ट पर उसका क्या रुख है और रिपोर्ट में किए गये दावों के संबंध में क्या कार्रवाई की जाएगी।"श्री रमेश ने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस को सौंपी गई यह रिपोर्ट चीन से संबंधित आर्थिक और सुरक्षा मुद्दों का आकलन करती है, लेकिन यह रिपोर्ट भारत-पाकिस्तान संघर्ष सहित दक्षिण एशियाई भू-राजनीतिक तनावों को भी छूती है, जिससे अंतरराष्ट्रीय धारणाएं और राजनयिक स्थिति प्रभावित होती है।

उन्होंने कहा कि श्री मोदी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ऑपरेशन सिन्दूर को रोकने के बार-बार किए गए दावों पर चुप्पी साधे हैं। अब अमेरिकी कांग्रेस द्वारा गठित एक स्वतंत्र आयोग की रिपोर्ट जारी होने के कुछ घंटों बाद डोनाल्ड ने 61वीं बार यह दावा दोहराया है कि उन्होंने भारत पर 350 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी देकर ऑपरेशन सिंदूर को खत्म कराया था।

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