नयी दिल्ली, सितम्बर 26 -- भारत ने दोहराया है कि वह बांग्लादेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, विश्वसनीय और समावेशी चुनावों के माध्यम से एक सुचारू और शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक परिवर्तन की उम्मीद करता है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को मीडिया ब्रीफिंग के दौरान यह बात कही।

प्रवक्ता ने बांग्लादेश के इतिहास में पहली बार ढाका विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनावों में जमात-ए-इस्लामी की छात्र शाखा, इस्लामी छात्र शिबिर (आईसीएस) की जीत से संबंधित सवाल पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा ," अगले साल फरवरी में होने वाले संसदीय चुनावों के बारे में, हमने बांग्लादेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, विश्वसनीय और समावेशी चुनावों के माध्यम से एक सुचारू और शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक परिवर्तन की अपनी उम्मीद जताई है।"भारत द्वारा बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को शरण दिए जाने के बारे में, जिनके प्रत्यर्पण की ढाका ने मांग की है, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। भारत ने उनके प्रत्यर्पण के बांग्लादेश के अनुरोध का जवाब नहीं देने का फैसला किया है।

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