नई दिल्ली , अक्टूबर 16 -- ब्राज़ील के उपराष्ट्रपति एवं विकास, उद्योग, व्यापार एवं सेवा मंत्री गेराल्डो अल्कमिन ने गुरुवार को यहां कहा कि भारत और ब्राज़ील के संबंध मजबूत है और दोनों देश आपसी व्यापार को 2030 तक 20 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखते हैं। दोनों देशों के बीच 2024 में 12 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था।

भारत यात्रा पर आये श्री अल्कमिन ने यहां दोनों देशों के उद्यमियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष भारत से ब्राज़ील का निर्यात 30 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है और ब्राज़ील से आयात भी बढ़ रहा है। हम 2030 तक 20 अरब डॉलर के विदेशी व्यापार लक्ष्य को पार कर लेंगे। फिक्की, एपेक्सब्रासिल और सीएआईआई द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित 'भारत-ब्राज़ील व्यापार संवाद' कार्यक्रम को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी संबोधित किया।

ब्राजील के उपराष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देश प्रतिस्पर्धी नहीं, बल्कि एक-दूसरे के पूरक हैं। ब्राज़ील भारतीय निवेश के लिए अपने द्वार खोल रहा है और हम मिलकर अपनी अर्थव्यवस्थाओं को बदल सकते हैं और भविष्य के लिए एक मज़बूत ब्राज़ील-भारत गठबंधन बना सकते हैं।" ब्राज़ील निर्यात और निवेश के विविधीकरण के लिए भारत को एक प्राथमिकता वाला साझेदार मानता है। दोहरे कराधान से बचने के लिए निवेश सुविधा समझौते में सहयोग में प्रगति एक ऐसा कारोबारी माहौल बनाती है जो पूर्वानुमानित और सुरक्षित है।

उन्होंने कहा, "हम तरजीही व्यापार समझौते को व्यापक बनाना चाहते हैं ताकि हमारे व्यापार प्रवाह में वृद्धि हो। हम नागरिक और रक्षा क्षेत्रों में अपने दीर्घकालिक सहयोग को मज़बूत करना चाहते हैं।"श्री अल्कमिन ने भारतीय कंपनियों को ब्राज़ील में ऑटोमोटिव, आईटी, नवीकरणीय ऊर्जा, स्वच्छ ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा, एयरोस्पेस, कृषि, सेमीकंडक्टर और डिजिटल नवाचार जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि दोनों देश एक दूसरे के यहां आवागमन में आसानी के लिए ई-वीज़ा पर भी काम कर रहे हैं।

ब्राज़ील के उपराष्ट्रपति ने कहा, "हम एआई, उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग और तकनीकी स्टार्ट-अप के लिए ब्राज़ील-भारत डिजिटल साझेदारी शुरू करने के लिए तैयार हैं। यह डिजिटल साझेदारी नई हरित और डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए एक प्रेरक शक्ति होगी जिससे अधिक रोज़गार और तकनीकी संप्रभुता का सृजन होगा।"वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत अगले 20 वर्षों तक सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बने रहने का लक्ष्य रखता है। पिछले 12 वर्षों में, 25 करोड़ भारतीयों को गरीबी से बाहर निकाला गया है जो अब देश के उपभोग और विकास की कहानी को गति दे रहा है।

उन्होंने संरचनात्मक सुधारों, व्यापार में आसानी और अनुपालन बोझ को कम करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने ज़ोर देकर कहा, "सरकार के प्रयासों ने निवेशकों का विश्वास मज़बूत किया है।

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