मस्कट/नयी दिल्ली , दिसंबर 17 -- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओमान की यात्रा के दौरान बुधवार को, भारत और ओमान ने मस्कट में एक कार्यकारी कार्यक्रम, एक संयुक्त विज़न दस्तावेज़ और चार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।

हवाई अड्डे पर आगमन के बाद वीआईपी हॉल में प्रधानमंत्री मोदी और ओमान के रक्षा मामलों के उप प्रधानमंत्री सैयद शिहाब बिन तारिक अल सैद के बीच वार्ता हुई, जहाँ प्रधानमंत्री का औपचारिक स्वागत भी किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे मस्कट हवाई अड्डे पर ओमान के रक्षा मामलों के उप प्रधानमंत्री सैयद शिहाब बिन तारिक अल सैद के स्वागत के लिए अत्यंत आभारी हैं और उनके बीच भारत-ओमान मित्रता को लेकर विचारों का बेहतरीन आदान-प्रदान हुआ।

ओमान के साथ हस्ताक्षरित दस्तावेजों में संयुक्त समुद्री विज़न दस्तावेज़ और बाजरे की खेती तथा खाद्य एवं कृषि उद्योगों में नवाचार के सहयोग के लिए एक कार्यकारी कार्यक्रम शामिल है। इसके अतिरिक्त, चार अन्य समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए जिनमें समुद्री विरासत और संग्रहालय, वैज्ञानिक अनुसंधान, नवाचार और कौशल विकास, कृषि एवं संबंधित क्षेत्र तथा ओमान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के बीच सहयोग के समझौते शामिल हैं।

ओमान सरकार की ओर से विदेश मंत्री सैयद बद्र बिन हमद अल बुसैदी, भारत में ओमान के राजदूत ईसा बिन सालेह अल शिबानी और ओमान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सीईओ जकारिया बिन अब्दुल्ला अल सादी ने हस्ताक्षर किए। भारत सरकार का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, ओमान में भारत के राजदूत जी.वी. श्रीनिवास और सीआईआई महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने किया।

ओमान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सीईओ जकारिया बिन अब्दुल्ला अल सादी ने बताया कि सीआईआई के साथ इस समझौते का उद्देश्य विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों में संयुक्त सहयोग को सक्रिय करना है। इसे आने वाले समय में संयुक्त व्यापार प्रतिनिधिमंडलों के आदान-प्रदान, निवेश के लिए व्यवहार्य आर्थिक क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने और भारतीय निवेशकों को ओमान की ओर आकर्षित करने के माध्यम से लागू किया जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि इस समझौते में भारतीय बाजार में ओमानी कंपनियों के उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रमों और प्रदर्शनियों का आयोजन भी शामिल है। वहीं सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि यह समझौता निवेश, वाणिज्यिक और आर्थिक क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच साझेदारी का विस्तार करेगा। उन्होंने शिक्षा, प्रौद्योगिकी, उद्योग, बुनियादी ढांचे, सेवाओं और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाओं का उल्लेख किया।

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