नयी दिल्ली , अक्टूबर 04 -- भारत और इजरायल ने रक्षा क्षेत्र में सहयोग को और अधिक मजबूत बनाने के लिए साझा विजन तथा नीति निर्देश से संबंधित एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं जिससे दोनों देशों के बीच सह विकास तथा सह उत्पादन को बढावा मिलेगा। रक्षा सहयोग पर दोनों देशों के संयुक्त कार्य समूह की मंगलवार को तेल अवीव में हुई 17वीं बैठक में इस समझौते पर हस्ताक्षर किये गये। बैठक की अध्यक्षता रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और इज़राइली रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक मेजर जनरल (सेवानिवृत) आमिर बाराम ने की।
बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच पहले से ही मज़बूत रक्षा सहयोग को और प्रगाढ बनाने के लिए साझा विज़न और नीति निर्देश देने के उद्देश्य से रक्षा सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
समझौता ज्ञापन में सहयोग के लिए कई क्षेत्रों की पहचान की गई है जिससे दोनों देशों को फायदा होगा। महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आपसी हित की रणनीतिक बातचीत, प्रशिक्षण, रक्षा औद्योगिक सहयोग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, अनुसंधान एव विकास , प्रौद्योगिकी नवाचार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और साइबर सुरक्षा सहयोग सहित क्षमताएं शामिल हैं। यह समझौता उन्नत प्रौद्योगिकी को साझा करने में मदद करेगा और सह-विकास तथा सह-उत्पादन को बढ़ावा देगा।
कार्य समूह रक्षा सहयोग पहलों की समीक्षा की और इस बात पर सहमति जताई कि दोनों देशों को एक-दूसरे की ताकत से फायदा हुआ है। दोनों पक्षों ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य में सहयोग के संभावित क्षेत्रों के साथ-साथ ऑपरेशनल क्षमताओं को बढ़ाने पर चर्चा की। उन्होंने आतंकवाद की साझा चुनौतियों सहित विभिन्न मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया और इस खतरे से लड़ने के सामूहिक संकल्प पर ज़ोर दिया।
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