बेंगलुरु , नवंबर 06 -- उद्योगपति बाबा कल्याणी ने दावा किया है कि भारत अगले दो दशकों में 30-35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य लेकर चल रहा है जिसके केंद्र में विनिर्माण और नवाचार होंगे।
भारत फोर्ज के अध्यक्ष बाबा कल्याणी ने बेंगलुरु में इंडिया मैन्युफैक्चरिंग शो (आईएमएस 2025) के सातवें संस्करण में बोलते हुए कहा कि देश की आर्थिक महत्वाकांक्षाएं 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य से कहीं आगे हैं और वैश्विक औद्योगिक नेतृत्व की ओर तेजी से कदम बढ़ा रही हैं।
श्री कल्याणी ने कहा, "भारत दोहरे अंकों की आर्थिक गति से बढ़ने की आकांक्षा रखता है। यह एक बड़ा बदलाव है लेकिन अगर हम एक नवाचार-प्रधान अर्थव्यवस्था से एक उत्पाद राष्ट्र में विकसित होते हैं, तो यह पूरी तरह से प्राप्त करने योग्य है।"उन्होंने जोर देकर कहा कि आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया का विजन तभी साकार होगा जब भारतीय कंपनियां देश में बड़े पैमाने पर अपने उत्पादों का डिजाइन तैयार करेंगी और उनका निर्माण करेंगी।
श्री कल्याणी ने भारत के विकसित राष्ट्र बनने की यात्रा में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान' के आह्वान का हवाला देते हुए रेखांकित किया कि अंतिम दो शब्द 'विज्ञान और अनुसंधान' भारत के आर्थिक भविष्य में नवाचार और अनुसंधान को केंद्र में रखते हैं।
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