चेन्नई , नवंबर 15 -- राष्ट्रीय तटीय अनुसंधान केंद्र (एनसीसीआर) चेन्नई ने अपने 11वें भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ 2025) के पूर्वाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया, जो 6-9 दिसंबर, 2025 को चंडीगढ़ में आयोजित होने वाले इस महोत्सव का एक सुंदर परिचय पेश करता है।

आईआईएसएफ 2025 के इस वर्ष का विषय है, 'विज्ञान से समृद्धि : आत्मनिर्भर भारत के लिए' जो वैज्ञानिक नवाचार, तकनीकी प्रगति और राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता को गति देने के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

आईआईएसएफ 2025 का आयोजन पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (एमओईएस) द्वारा वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई), अंतरिक्ष विभाग (डीओएस) और विज्ञान भारती (विभा) के सहयोग से किया जा रहा है।

कार्यक्रम की शुरुआत एनसीसीआर के निदेशक डॉ. आरएस कंकरा के उद्घाटन भाषण से हुई, जिन्होंने तटीय और महासागरीय अनुसंधान को आगे बढ़ाने में एनसीसीआर की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि कैसे एनसीसीआर के वैज्ञानिक परिणाम भारत के 11099 किलोमीटर लंबे तटरेखा पर जलवायु-अनुकूल बुनियादी ढ़ांचे, सामुदायिक तैयारी और तटीय प्रबंधन का कार्य कर रहे हैं।

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