अंबिकापुर , दिसंबर 02 -- छत्तीसगढ़ में सरगुजा पुलिस ने मंगलवार को कला केन्द्र मैदान में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के विभिन्न प्रावधानों पर आधारित जनजागरूकता प्रदर्शनी का आयोजन किया।
प्रदर्शनी का उद्देश्य नए कानूनों को आम जनता तक सरल रूप में पहुंचाना और न्याय प्रणाली को अधिक सहज बनाने के प्रयासों को आगे बढ़ाना था। अधिकारियों के अनुसार यह प्रदर्शनी एक माह तक जिले के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक लोग इसकी जानकारी प्राप्त कर सकें।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से आज मिली जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम में पर्यटन एवं धार्मिक न्यास मंत्री राजेश अग्रवाल, सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक दीपक झा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल और नगर पुलिस अधीक्षक राहुल बंसल उपस्थित रहे। अधिकारियों ने नए कानूनों के महत्व पर विस्तार से जानकारी देते हुए विशेष रूप से साइबर अपराधों, महिलाओं और बच्चों के विरुद्ध अपराधों तथा डिजिटल साक्ष्यों की वैधता पर प्रकाश डाला। उनका कहना था कि भारतीय न्याय संहिता के लागू होने से न्याय दिलाना और न्याय प्राप्त करना दोनों प्रक्रिया अब अधिक सरल और पारदर्शी होगी।
सहायक जिला अभियोजन अधिकारी श्रुति कामले ने नए कानूनों को पीड़ितों के हित में अत्यंत प्रभावी बताया। उन्होंने कहा कि नए प्रावधानों के तहत साइबर अपराधों पर कड़ी कार्रवाई की व्यवस्था की गई है, साथ ही वीडियो, ऑडियो और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य अब न्यायालय में मान्य होंगे, जिससे अपराधियों को सजा दिलाना अधिक आसान होगा।
कार्यक्रम में जिला अभियोजन अधिकारी, जिला न्यायालय अंबिकापुर के विधिक सहायक, अधिवक्ता तथा बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। सरगुजा पुलिस का कहना है कि जनजागरूकता बढ़ने से नागरिक अपने अधिकारों और कर्तव्यों को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे और नए कानूनों का लाभ प्रभावी रूप से प्राप्त कर सकेंगे।
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