लखनऊ , नवम्बर 18 -- उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएँ पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। स्वास्थ्य विभाग में लापरवाही अपने चरम पर है एवं स्वास्थ्य सेवाएँ बदहाल हैं और जनता लाचार होकर अस्पतालों के चक्कर काट रही है।
मंगलवार को पार्टी की तरफ से जारी एक बयान में श्री अखिलेश यादव ने कहा कि औरैया में 420 बेड के मेडिकल कॉलेज में 100 बेड का भी स्टाफ उपलब्ध नहीं है। अमेठी में प्रतिबंध के बावजूद डॉक्टर मरीजों को बाहर की दवाएँ लिख रहे हैं। पीलीभीत जिला महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड जांच के लिए एक महीने तक इंतजार करना पड़ रहा है। यह सरकार बजट की लूट और भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। कई स्वास्थ्य केन्द्र किराए पर चल रहे हैं, लेकिन सरकार महीनों से किराया तक नहीं दे पा रही है। सामानों की खरीद में कमीशनखोरी लगातार हो रही है और स्वास्थ्य बजट की दुर्दशा सबके सामने है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी बड़े अस्पतालों में गंभीर मरीजों को बेड और वेंटिलेटर के लिए भटकना पड़ता है। भाजपा सरकार केवल झूठे दावे करती है, जबकि मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में हजारों डॉक्टर, नर्स और तकनीकी स्टाफ के पद खाली हैं। नौ साल से भाजपा की सरकार होने के बावजूद डॉक्टरों की कमी पूरी नहीं हो सकी है। संसाधनों का घोर अभाव है। मरीजों को सप्ताह और महीनों तक जांच करवाने के लिए इंतजार करना पड़ता है। सरकार मेडिकल कॉलेजों को पर्याप्त बजट नहीं देती, जिससे सुविधाएँ लगातार कमजोर हो रही हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ एंबुलेंस व्यवस्था को भी चौपट कर दिया है। मरीजों को अस्पताल ले जाने के लिए अब समय पर एंबुलेंस तक उपलब्ध नहीं होती। मुडेरवा में एंबुलेंस के इंतजार में एक मासूम बच्चे ने दम तोड़ दिया, लेकिन सरकार संवेदनहीन बनी रही। भाजपा सरकार का प्रशासनिक तंत्र भी जनता के प्रति जवाबदेह नहीं रहा है।
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