चंडीगढ़ , अक्टूबर 04 -- कांग्रेस महासचिव एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा है कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की नाकामी का खामियाजा एक बार फिर मेहनतकश किसानों को भुगतना पड़ रहा है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के 12.79 लाख किसानों ने 73.48 लाख एकड़ धान का पंजीकरण कराया है, लेकिन इनमें से लगभग 30 प्रतिशत किसानों का डेटा पोर्टल पर अब तक मिलान नहीं हुआ, जिसके कारण किसानों को अपनी उपज बेचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

यहां जारी एक बयान में सांसद ने कहा कि बारिश से भीगा हुआ धान मंडियों में पड़ा सड़ रहा है और उसकी बोली तक नहीं लग रही। किसानों को जबरन अतिरिक्त कटौती झेलनी पड़ रही है। नाम सत्यापन के नाम पर उनसे 150 से 250 रुपये तक की कटौती की जा रही है, तभी खरीद हो रही है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति किसानों के साथ सरासर अन्याय है और भाजपा सरकार की लापरवाही और अव्यवस्थित खरीद प्रणाली का प्रमाण है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि किसान खेतों में खून-पसीना बहाकर अन्न पैदा करते हैं, लेकिन उन्हें मेहनत का उचित मूल्य नहीं मिल रहा। लाखों टन धान मंडियों में खराब हो रहा है और सरकार केवल पोर्टल और कागजी कार्यवाही तक सीमित रह गयी है। उन्होंने कहा कि सरकार की संवेदनहीनता के कारण किसानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।

उन्होंने मांग की कि मंडियों में तुरंत प्रभाव से गीले धान की खरीद सुनिश्चित किया जाये, किसानों को अवैध कटौती से राहत दी जाये और पोर्टल की तकनीकी खामियों को दूर किया जाये। साथ ही मंडियों में धान की सुरक्षा और भंडारण की ठोस व्यवस्था की जाये।

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