मुंबई , अक्टूबर 01 -- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पर शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को छोड़कर कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए मतदाताओं के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया।

भाजपा राज्य मीडिया प्रकोष्ठ प्रमुख नवनाथ बनश्री बन ने दावा किया कि यूबीटी की दशहरा रैली एक 'भूलने वाली सभा' बन गयी है, जिसमें बालासाहेब द्वारा शुरू किये गये इस आयोजन से जुड़ी उग्र हिंदुत्व विचारधारा को छोड़ दिया गया है।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, श्री बन ने श्री ठाकरे को 'तंज का सम्राट' करार दिया। उन्होंने इस आयोजन को 'फिसलन सभा' के रूप में वर्णित किया।

उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) पर 'मुस्लिम तुष्टिकरण' का आरोप लगाते हुये श्री ठाकरे को चुनौती दी कि वह श्री अबू आज़मी के बयानों की निंदा नहीं कर सकते।

श्री बन ने दावा किया कि शिवसेना (यूबीटी) 'कांग्रेस का एजेंट' बन गयी है और इसके परिणामस्वरूप यह हिंदुत्व विरोधी रुख अपना रहा है, जिसकी पुनरावृत्ति दशहरा रैली में होने की संभावना है।

भाजपा नेता ने श्री ठाकरे और दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के बीच स्पष्ट अंतर रेखांकित करते हुये कहा कि बालासाहेब ने कभी कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी या कांग्रेस के सामने सिर नहीं झुकाया, न ही वह केन्द्र सरकार के सामने झुके।

श्री बन ने जोर देकर कहा कि बालासाहेब हमेशा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और श्री अमित शाह के पीछे मजबूती से खड़े रहे।

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