धार , दिसंबर 22 -- मध्यप्रदेश में धार जिला मुख्यालय पर आज सोमवार को जिला कांग्रेस की एक महत्वपूर्ण समन्वयक बैठक आयोजित की गई, जिसमें नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और मध्यप्रदेश कांग्रेस की सह प्रभारी उषा नायडू विशेष रूप से उपस्थित रहीं। बैठक की शुरुआत टंट्या मामा भील, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के चित्र पर दीप प्रज्वलन कर की गई। अतिथियों का स्वागत जिला कांग्रेस अध्यक्ष स्वतंत्र जोशी एवं संगठन महामंत्री परितोष सिंह राठौर ने किया।

बैठक के दौरान जिला कांग्रेस कार्यालय में वंदे मातरम् का सामूहिक गायन किया गया तथा सदन में "जय हिन्द" और "वंदे मातरम्" जैसे राष्ट्रीय नारों पर प्रतिबंध लगाने की भाजपा की कथित मानसिकता की कड़ी आलोचना की गई। बैठक में संगठन की मजबूती और आगामी राजनीतिक रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बैठक को संबोधित करते हुए 'SIR' के नाम पर धांधली का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची पुनरीक्षण की आड़ में नाम काटने और जोड़ने का खेल चल रहा है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि आने वाला एक महीना कांग्रेस के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और इस दौरान पूरी मजबूती व एकजुटता के साथ मैदान में उतरना होगा।

मीडिया से चर्चा में उमंग सिंघार ने मनरेगा सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के नाम बदलने को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार नाम बदलने में व्यस्त है, जबकि आम जनता को महंगाई से राहत नहीं मिल रही, युवाओं को रोजगार नहीं है और किसानों की आय दोगुनी करने का वादा भी अधूरा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें जमीनी हकीकत देखनी चाहिए। सिंघार ने आरोप लगाया कि सरकार केवल जुमलेबाजी कर रही है और राज्य की आर्थिक स्थिति कर्ज में डूबी हुई है। जनहित की योजनाओं को बंद करने के लिए नाम बदलने की राजनीति की जा रही है।

मुख्यमंत्री के प्रस्तावित धार दौरे और मेडिकल कॉलेज के भूमि पूजन पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंघार ने कहा कि कांग्रेस मेडिकल कॉलेज के भूमि पूजन का स्वागत करती है, लेकिन सरकार यह स्पष्ट करे कि कॉलेज कब तक बनकर तैयार होगा और जनता को इसका वास्तविक लाभ कब मिलेगा।

बैठक के समापन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धार बस स्टैंड पर पेड़ कटाई के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान सांकेतिक पुतला दहन किया गया। एक गमले में "मोदी की तख्ती" और एक सूखे पेड़ पर "अडानी की तख्ती" लगाकर प्रतीकात्मक रूप से आरी से काटने का नाटक रूपांतरण किया गया। कार्यकर्ताओं ने "जंगल बचाओ" और "आदिवासी बचाओ" जैसे नारे लगाए तथा अडानी का पुतला दहन किया।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री 'एक पेड़ मां के नाम' की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर उनके करीबी उद्योगपतियों के फायदे के लिए बड़े पैमाने पर पेड़ काटे जा रहे हैं। उन्होंने इसे भाजपा सरकार की कथनी और करनी का बड़ा विरोधाभास बताया और कहा कि कांग्रेस इस जनविरोधी और कॉर्पोरेट परस्त नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी।

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