लखनऊ , नवम्बर 12 -- समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा जनता को भ्रमित कर लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश कर रही है। इससे निपटने और हर व्यक्ति का वोट सुरक्षित रखने के लिए सपा ने 'पीडीए प्रहरी' नियुक्त किए हैं। उनका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि प्रदेश का कोई भी नागरिक वोटर लिस्ट से बाहर न रह जाए।
बुधवार को पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में आयोजित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा और उसके समर्थक अधिकारी विपक्षी दलों के वोट बनवाने में बाधा डाल रहे हैं। "भाजपा चाहती है कि जनता और विपक्ष एसआईआर, बीएलओ और वोटर लिस्ट में उलझे रहें ताकि जनता सरकार की नाकामियों पर सवाल न पूछ सके"।
अखिलेश ने स्पष्ट किया कि सपा के पीडीए प्रहरी नियमित रूप से मतदाता सूची से जुड़ी जानकारी जुटाएंगे और किसी भी गड़बड़ी की शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे। उन्होंने कहा कि "अधिकारियों की निष्पक्षता पर सवाल है। भाजपा के इशारे पर वोटर लिस्ट में हेरफेर की जा रही है। हम ऐसे अधिकारियों की शिकायत करेंगे जो विपक्षी दलों के मतदाताओं का वोट नहीं बनने दे रहे।"उन्होंने भाजपा को "बेईमान और नकारात्मक राजनीति करने वाली पार्टी" करार दिया। उन्होंने कहा कि "भाजपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव में बेईमानी की। कई जगह मतदाताओं को वोट डालने नहीं दिया गया। यह लोकतंत्र के लिए खतरा है।" उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का लक्ष्य भाजपा को सत्ता से हटाना और सकारात्मक, सामाजिक न्याय आधारित राजनीति को आगे बढ़ाना है।
अखिलेश यादव ने कहा कि जनता सपा पर भरोसा कर रही है और लोकसभा चुनाव में इसका प्रमाण मिल चुका है। "2027 में एक बार फिर समाजवादी पार्टी प्रदेश में सरकार बनाएगी। भाजपा की भ्रष्ट और दमनकारी सरकार से जनता मुक्ति चाहती है"।
बैठक में राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, सांसद नरेश उत्तम पटेल, नीरज मौर्य, देवेश शाक्य, पूर्व नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष श्याम पाल पाल सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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