देहरादून, सितंबर 27, -- उत्तराखंड राज्य स्तरीय राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य एवं अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष सुरेश भट्ट ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर स्नातक स्तरीय परीक्षा नकल प्रकरण की जांच स्पेशल टास्क फोर्स बेहद गंभीरता और संवेदनशीलता से कर रही है। अब तक सेक्टर मजिस्ट्रेट, असिस्टेंट प्रोफेसर और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी को निलंबित किया जा चुका है। घटनाक्रम को अंजाम देने वाले नकल जिहादी खालिद और साबिया की भी गिरफ्तारी हो चुकी है। साथ ही, उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच आगे बढ़ रही है।

श्री भट्ट ने युवाओं से अपील की कि सरकार किसी भी कीमत पर नकल माफियाओं को बख्शेगी नहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी ने न केवल सख्त नकल विरोधी कानून बनाया है बल्कि अब तक के कार्यकाल में सबसे अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया है।

उन्होंने कहा कि पिछले नौ मुख्यमंत्रियों के शासनकाल में जहाँ 11,528 युवाओं को नौकरी मिली, वहीं केवल चार साल में धामी सरकार ने 26,025 बेरोजगार युवाओं को सरकारी पदों पर नियुक्ति दी है। इसके अलावा इस साल 10,000 से अधिक पदों पर भर्ती की विज्ञप्ति जारी होने वाली है। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व आंदोलन की आड़ में देवभूमि की फिजा बिगाड़ने और युवाओं को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में युवाओं को चाहिए कि वे किसी के हाथों का मोहरा बनने से खुद को बचाएँ। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि युवाओं के हित में जो भी निर्णय आवश्यक होगा, वह लिया जाएगा।

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