नयी दिल्ली , अक्टूबर 09 -- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हरियाणा में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी के आत्महत्या मामले को लेकर भाजपा पर हमला करते हुए कहा है कि उसका मनुवादी तंत्र देश के अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और कमज़ोर वर्गों के लिए एक अभिशाप बन चुका है।
श्री खरगे ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा "हरियाणा के वरिष्ठ दलित आईपीएस अधिकारी, एडीजीपी वाई. पूरन कुमार की मजबूरन आत्महत्या की खबर न केवल स्तब्ध करने वाली है, बल्कि सामाजिक अन्याय, अमानवीयता और संवेदनहीनता का भयावह प्रमाण है। परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।"उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों में देश में भाजपा ने मनुवादी मानसिकता इतनी गहरी कर दी है कि एडीजीपी रैंक के दलित अधिकारी को भी न्याय और सुनवाई नहीं मिलती है। जब उच्चतम न्यायालय में सरेआम माननीय मुख्य न्यायाधीश पर हमला हो सकता है और उसे भाजपा का इको सिस्टम जातिवाद और धर्म का हवाला देकर बचाव करने लगता है तो हमें यह समझ लेना चाहिए कि 'सबका साथ' का नारा एक भद्दा मज़ाक़ था।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हज़ारों वर्षों से मनुवादी मानसिकता की शोषण करने की आदत इतनी जल्दी तो नहीं बदल सकती। तभी हरिओम वाल्मिकी जैसे निहत्थे दलित की मॉब लिंचिंग से नृशंस हत्या हो जाती है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निंदा के दो शब्द भी नहीं बोलते! यह सिर्फ कुछ व्यक्तियों की त्रासदी नहीं बल्कि यह उस भाजपा और संघ द्वारा पोषित अन्यायपूर्ण व्यवस्था का आईना है, जो दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों के आत्मसम्मान को बार-बार कुचलती रही है। ये संविधान और लोकतंत्र के लिए घातक है।
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