नयी दिल्ली , नवम्बर 25 -- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) महासचिव डी. राजा ने अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी धर्मध्वजा कार्यक्रम को लेकर गंभीर आपत्ति जताते हुए मंगलवार को कहा कि यह बहुत चिंता की बात है कि देश के सबसे ऊंचे पद का इस्तेमाल संविधान में शामिल बहुलवाद का जश्न मनाने के बजाय राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सोच वाले एजेंडे को सही ठहराने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उच्चतम न्यायालय के इस फैसले के बावजूद कि बाबरी मस्जिद को गिराना एक आपराधिक काम था, जिसके लिए किसी को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया गया। प्रधानमंत्री मोदी देश के सामने खड़े होकर अयोध्या में भगवा झंडा फहरा रहे हैं और इसे "भारतीय सभ्यता के फिर से उभरने" का प्रतीक बता रहे हैं। यह सिर्फ़ संशोधनवाद की बात नहीं है: यह हमारे संवैधानिक इतिहास को एक छोटी, अलग-थलग करने वाली सोच के साथ फिर से लिखने की एक बेशर्म कोशिश है।
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