श्रीनगर , नवंबर 29 -- उत्तराखंड में श्रीनगर की जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने शनिवार को फरासू गांव में बचपन पहल के तहत विकसित मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। फरासू गांव में पहली बार किसी जिलाधिकारी के आगमन पर ग्रामीण महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया।
जिलाधिकारी ने बताया कि बचपन आंगनबाड़ी केंद्रों को आधुनिक और मॉडल स्वरूप में विकसित किया जा रहा है। इन केंद्रों में आयु-उपयुक्त शिक्षण सामग्री, प्रीलोडेड कंटेंट वाला स्मार्ट टीवी, खेल आधारित सामग्री, फ्लैश कार्ड, बच्चों के लिए टेबल-कुर्सियाँ, बाहरी गतिविधियों के लिए फिसलपट्टी, धुआँमुक्त रसोई, स्वच्छ पेयजल, बेहतर भोजन और बिजली सहित सभी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी।
उन्होंने निर्देश दिए कि प्रथम चरण में चयनित 60 आंगनबाड़ी केंद्रों को भी इसी मॉडल पर विकसित किया जाए, ताकि बच्चों को सुरक्षित, आधुनिक और पोषणयुक्त वातावरण में वैज्ञानिक तरीके से सीखने का अवसर मिले।
जिलाधिकारी ने सभी केंद्रों में प्रतिभा दिवस, स्वच्छता पाठशाला, तथा आयु-उपयुक्त पाठ्य सामग्री और यूनिफॉर्म उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही बच्चों की सेहत के लिए डाइट चार्ट तैयार कर उसका पालन सुनिश्चित करने को कहा। निरीक्षण के दौरान सुश्री भदौरिया ने गांव की गर्भवती महिलाओं और माताओं से सरकारी योजनाओं की स्थिति जानी और धुआँमुक्त रसोई में बने भोजन से एक बच्चे का अन्नप्राशन संस्कार भी सम्पन्न करवाया।
ग्रामीणों की पेयजल समस्याओं पर मिले ज्ञापन पर जिलाधिकारी ने फरासू गांव की पेयजल लाइन को डेढ़ इंच से बढ़ाकर ढाई इंच करने का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने गांव में पेयजल आपूर्ति की स्थल पर जांच की और प्रवेश द्वार पर नया हैंडपंप स्थापित करने के आदेश जल संस्थान को दिए।
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