हैदराबाद, सितंबर 26 -- भारत की औषधि निर्यात संवर्धन परिषद फार्मेक्सिल के अध्यक्ष नमित जोशी ने कहा कि ब्रांडेड और पेटेंटेड दवा आयात पर अमेरिका के प्रस्तावित 100 प्रतिशत टैरिफ का भारतीय निर्यात पर तत्काल प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है।
श्री जोशी ने एक बयान में कहा कि हमारा अधिकांश योगदान साधारण जेनेरिक दवाओं में है और अधिकांश बड़ी भारतीय कंपनियां पहले से ही अमेरिका में विनिर्माण या रीपैकेजिंग इकाइयाँ संचालित कर रही हैं और आगे अधिग्रहण की संभावना तलाश रही हैं।
उन्होंने कहा, "भारत लंबे समय से सस्ती और उच्च-गुणवत्ता वाली दवाओं की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का आधार रहा है, और अमेरिका की लगभग 47 प्रतिशत दवा आवश्यकताओं की पूर्ति करता है, खासकर जेनेरिक दवा बाजार में।"उन्होंने कहा कि भारतीय दवा कंपनियाँ जीवन रक्षक कैंसर दवाओं और एंटीबायोटिक दवाओं से लेकर पुरानी बीमारियों के इलाज तक, आवश्यक दवाओं की सामर्थ्य और उपलब्धता सुनिश्चित करने में लगी हुई हैं, जिससे वैश्विक स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों को स्थिर बनाने में मदद मिल रही है।
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