बोकारो , नवंबर 29 -- झारखंड मे बोकारो के शिबू सोरेन स्मृति भवन में शनिवार को जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) की न्यास परिषद की बैठक में डीएमएफटी योजना संचालन को लेकर जोरदार हंगामा हुआ।

गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने पूर्व बोकारो उपायुक्त विजया जाधव पर भारी अनियमितताओं के आरोप लगाकर फॉरेंसिक ऑडिट की मांग की।

श्री चौधरी ने कहा कि डीएमएफटी मे बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है और सभी योजनाओं को तत्काल रोकना जरूरी है। उन्होंने आरोप लगाया कि जेम पोर्टल के नियमों की अवहेलना कर बाजार दर से अधिक कीमतों पर खरीदारी की गई, जबकि दो करोड़ की इमारत को तीन करोड़ रुपए की पेंटिंग में बदलकर बड़ी गड़बड़ी की गई।

श्री चौधरी ने कहा कि कई गैरजरूरी योजनाओं को मंजूरी दी गई, जबकि जनहित की योजनाओं की अनदेखी की गई। टेंडर प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और नियमों के खिलाफ भुगतान की भी निंदा की गई।चौधरी ने कहा कि सीसीएल क्षेत्र में कंपनी के बिना अनुमति के सड़कों का निर्माण कर दिया गया, साथ ही डीएमएफटी फंड का भुगतान नियमों के उल्लंघन कर किया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि फॉरेंसिक जांच पूरी हो जाने तक सभी योजनाओं को रोक देना चाहिए, अन्यथा भुगतान करने वाले अधिकारी भी दोषी माने जाएंगे। बैठक के दौरान सांसद के अलावा जिले के अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी नाराजगी व्यक्त करते नजर आए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।

श्री चौधरी ने यह भी बताया कि पूर्व की योजनाओं की ऑडिट रिपोर्ट और चयन सूची अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।मीडिया से बातचीत में साफ कहा, "पूर्व उपायुक्त विजया जाधव इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड हैं। मामला हाईकोर्ट में लंबित है और जरूरत पड़ी तो हम और क़ानूनी कार्रवाई भी करेंगे।"डीएमएफटी की बैठक आरोप-प्रत्यारोप और विवादों के बीच खत्म हुई, जिसमें योजना संचालन में पारदर्शिता और जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े हुए।

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