बैतूल , अक्टूबर 17 -- राजस्थान के अलवर में आयोजित राष्ट्रीय परंपरागत लाठी खेल प्रतियोगिता में बैतूल के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 17 पदक जीतकर जिले और मध्यप्रदेश का नाम रोशन किया। 14 और 15 अक्टूबर को संपन्न इस प्रतियोगिता में बैतूल के दल ने 9 स्वर्ण, 4 रजत और 4 कांस्य पदक अपने नाम किए।

12 सदस्यीय दल में शामिल 9 खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की बदौलत मध्यप्रदेश ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि उत्तर प्रदेश दूसरे और छत्तीसगढ़ तीसरे स्थान पर रहा। इस प्रतियोगिता में महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश सहित सात राज्यों के लगभग 400 खिलाड़ी शामिल हुए। प्रतियोगिता 8 से 18 वर्ष आयु वर्ग के लिए आयोजित की गई थी।

बालिका वर्ग में सुरेखा पंडाग्रे ने एक लाठी में स्वर्ण और दो लाठी में रजत पदक, सिद्धि प्रजापति ने एक लाठी में स्वर्ण और लाठी प्रहार में कांस्य, नीरल चढ़ाकर ने एक लाठी में स्वर्ण, वंशिका बुंदेले ने एक लाठी में स्वर्ण और दो लाठी में रजत पदक जीते।

बालक वर्ग में पीयूष कुंभारे ने एक लाठी स्पर्धा में स्वर्ण, हर्षित डहरिया ने एक लाठी और लाठी प्रहार दोनों में स्वर्ण, यश सावनेर ने एक लाठी और दो लाठी दोनों में स्वर्ण, प्रमोद यादव ने एक लाठी में रजत और मनन ने एक लाठी में स्वर्ण पदक जीता।

इंडियन लाठी कोच विनोद बुंदेले ने बताया कि खिलाड़ियों ने नियमित प्रशिक्षण और कठिन मेहनत से यह सफलता अर्जित की है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करना था, और बच्चों ने यह साबित कर दिखाया।

प्रतियोगिता से लौटने पर बैतूल रेलवे स्टेशन पर खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर जिला लाठी संघ के सचिव नरेंद्र शर्मा, सुनील सोनी, रवि मिश्रा, गौरव राठौर, विवेक मालवीय, रमेश भाटिया और बबलू दुबे सहित अनेक खेल प्रेमी उपस्थित रहे।

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