जगदलपुर , नवंबर 09 -- छत्तीसगढ़ की पुलिस जहां नागरिकों और विद्यार्थियों को साइबर ठगी से सतर्क रहने की जानकारी दे रही है, वहीं नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील प्लांट बड़ी ठगी का शिकार होते-होते बच गया है। अमेरिका की एक कंपनी के नाम पर ठगों ने 120 करोड़ रुपये की फर्जीवाड़ा योजना तैयार की थी, लेकिन बैंक अधिकारियों की सतर्कता से इस बड़ी धोखाधड़ी को समय रहते रोक लिया गया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नगरनार स्टील प्लांट के अकाउंट्स विभाग ने यूएसए की एक वास्तविक कंपनी के साथ ईमेल के जरिए व्यावसायिक संवाद किया था। इसी दौरान साइबर ठगों ने मूल कंपनी के ईमेल पते में मामूली बदलाव करके उसी नाम से फर्जी ईमेल बनाकर संवाद शुरू कर दिया। स्टील प्रबंधन इस छोटे से बदलाव को नहीं पहचान सका और लगातार बातचीत जारी रखी। भुगतान की प्रक्रिया शुरू होने पर स्टील प्रबंधन ने करोड़ों रुपये का ट्रांजैक्शन किया।
इसी बीच बैंक अधिकारियों ने पाया कि हर बार की तुलना में इस बार भुगतान किए जा रहे खाते में अंतर है। बैंक प्रबंधक ने तत्काल स्टील प्रबंधन को इसकी जानकारी दी और संदिग्ध खाते में जाने वाली रकम को होल्ड कर दिया।
मामले की जानकारी मिलते ही स्टील प्रबंधन ने पुलिस को लिखित शिकायत दी है।
जगदलपुर पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने बताया कि बैंक और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से ठगों के पास राशि नहीं पहुंच सकी है।
साइबर विंग की अधिकारी गीतिका साहू ने वार्ता को बताया कि यह ठगी ईमेल स्पूफिंग के जरिए की जा रही थी, जिसमें असली ईमेल के समान दिखने वाला फर्जी मेल आईडी बनाकर संवाद किया जाता है। उन्होंने नागरिकों और संस्थानों से अपील की कि किसी भी बड़े वित्तीय लेनदेन से पहले ईमेल पते की दोबारा जांच करें और संदिग्ध स्थिति में तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 या नजदीकी थाने से संपर्क करें।
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