बेमेतरा , अक्टूबर 06 -- छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में 108 संजीवनी एक्सप्रेस टीम की तत्परता और मानवीय संवेदना ने एक बार फिर सेवा भावना की अनोखी मिसाल पेश की है। बेरला विकासखंड के ग्राम ढाबा निवासी हेमवती निषाद (26) पत्नी विकास निषाद को अचानक तेज प्रसव पीड़ा हुई।
परिजनों ने घबराहट की स्थिति में रात लगभग 10:30 बजे 108 संजीवनी एक्सप्रेस को कॉल किया। सूचना मिलते ही पायलट भूपेन्द्र कुर्रे और ईएमटी रामगोपाल देवांगन तत्काल एम्बुलेंस लेकर गांव ढाबा पहुंचे। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए उन्होंने गर्भवती महिला को सावधानीपूर्वक एम्बुलेंस में बैठाया और पीएचसी गुधेली की ओर रवाना हुए।
रास्ते में कुछ ही दूरी तय करने के बाद हेमवती की प्रसव पीड़ा अत्यधिक बढ़ गई। स्थिति की नजाकत को भांपते हुए ईएमटी रामगोपाल देवांगन ने तत्काल ईआरसीपी के माध्यम से ड्यूटी डॉक्टर से संपर्क किया और पूरी स्थिति से अवगत कराया। डॉक्टर की सलाह और परिजनों की सहमति से एम्बुलेंस को सुरक्षित स्थान पर रोका गया, और प्रसव प्रक्रिया प्रारंभ की गई।
ईएमटी रामगोपाल ने अपने अनुभव और शांतचित्त निर्णय क्षमता का परिचय देते हुए एम्बुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया। कुछ ही क्षणों में नवजात बच्ची की किलकारी गूंज उठी, जिससे एम्बुलेंस में खुशी का माहौल बन गया। तत्पश्चात मां और बच्ची दोनों को सुरक्षित रूप से पीएचसी गुधेली पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने दोनों की स्थिति को पूर्णतः स्वस्थ बताया।
परिजनों ने 108 संजीवनी एक्सप्रेस टीम के प्रति गहरा आभार व्यक्त करते हुए कहा कि टीम की समय पर पहुंच और मानवीय सेवा भावना ने एक बड़ी राहत दी। जिला स्वास्थ्य विभाग ने भी 108 टीम की तत्परता और कर्तव्यनिष्ठा की प्रशंसा की है। एम्बुलेंस बनीसंजीवनी एक्सप्रेस के कर्मियों ने फिर साबित किया - मानवता सर्वोपरि है ।
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