बेमेतरा , नवंबर 22 -- ) छत्तीसगढ़ में बेमेतरा जिला के साजा नगर पंचायत के किसान शौर्यजीत सिंह ने राजस्व विभाग के अधिकारियों पर लगभग छह एकड़ भूमि की बाड़ (फेंसिंग) काटने जाली और लोहे के एंगल की चोरी करने का आरोप लगाया है।

श्री सिंह ने शनिवार को इस संबंध में दुर्ग संभागायुक्त से शिकायत की। उन्होंने बताया है कि वह 11 नवंबर से 17 नवंबर तक दिल्ली गए थे। दिल्ली से लौटने पर जब वह अपनी जमीन पहुँचे तो चारों ओर से फेंसिंग गायब देख कर स्तब्ध रह गए। उन्होंने कहा, "परिसर के पास के लोगों ने फोन कर घटना की जानकारी दी। उनलोगों ने बाड़ को काटने वालों को रोकने का प्रयास भी किया गया था, लेकिन वे नहीं माने। मैं 40-45 वर्षों से उसी जमीन पर खेती करता आया हूँ। यह परिवार की आजीविका का मुख्य स्रोत है।"उन्होंने बताया कि फेंसिंग कटवाने का आदेश राजस्व विभाग के अधिकारियों ने दिया था और हटाई गई सामग्री उप जिलाधिकारी कार्यालय में रखी गयी है। उन्होंने कहा कि भूमि पर जुड़ा विवाद अदालत में लंबित होने के बावजूद भी यह कार्रवाई बिना किसी नोटिस या सूचना के की गयी, जो न्यायप्रणाली और नियमों का उल्लंघन है।

उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से उन्हें मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से भारी क्षति हुई है और नुकसान का आकलन लाखों रुपये में है। उन्होंने लिखा है कि राजस्व अधिकारियों ने न तो कोई नोटिस दिया और न ही किसी प्रकार की औपचारिक सूचना दी।

शिकायत में यह भी उल्लेख है कि जमीन से सटे स्थान पर गौड़ समाज के देवता 'बूढ़ा देव' की पौराणिक चौरा है, जिस पर भी कथित तौर पर छेड़छाड़ और घेराबंदी का प्रयास हुआ है, जिससे समुदाय में रोष है।

उन्होंने बताया कि थाने में शिकायत के बाद कार्रवाई न होने पर दुर्ग संभागायुक्त को आवेदन देकर पूरे प्रकरण की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच, आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई तथा हटाई गई सामग्री की वापसी की माँग की है। शिकायत में आग्रह किया गया है कि न्यायालय में लंबित मामले के दौरान भी प्रशासनिक कार्रवाई के नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए।

अभी तक राजस्व विभाग, एसडीएम कार्यालय और पुलिस प्रशासन की ओर से इस खबर पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई है।

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