बेतिया, अक्टूबर 7 -- बिहार में पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया पर नगर विकास विभाग ने गोपनीयता भंग करने का आरोप लगाया है, जिसके बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गयी है।

इस मामले में राज्य के नगर विकास एवं आवास विभाग के परियोजना पदाधिकारी सह अपर निदेशक ने महापौर गरिमा देवी सिकारिया को पत्र भेजकर सात दिनों के भीतर जबाब मांगा है। यह कार्रवाई विभागीय जांच समिति की अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर की गई है।

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद डा. संजय जायसवाल, उपमहापौर गायत्री देवी और अन्य पार्षदों की शिकायत पर अपर सचिव के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच समिति गठित की गई थी। समिति ने अपनी रिपोर्ट में महापौर पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं। अपर निदेशक द्वारा भेजे गये पत्र मे महापौर श्रीमती सिकारिया के उपर नियमित बैठकों का आयोजन नही करने, स्थाई समिति के कार्य संचालन नियमों की अवहेलना, गोपनीय सूचनाओं को सोशल मीडिया पर प्रसारित करने और अंकेक्षण कराने के निर्देशों की अनदेखी के आरोप शामिल हैं। विभागीय पत्र में कहा गया है कि महापौर द्वारा अपने पद और दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही एवं अनियमितता बरती गई है। इसलिए उन्हें सात दिनों के भीतर लिखित रूप से यह बताने को कहा गया है कि क्यों न उनके विरुद्ध बिहार नगरपालिका अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत नियमानुकूल कार्रवाई की जाए।

महापौर को भेजे गए कारण बताओं नोटिस में कहा गया है कि विगत तीन अक्टूबर को जांच समिति ने महापौर पर लगे आरोपों की जांच की, जिसमें प्रथम दृष्टया कुछ आरोपों को प्रतिवेदित किया गया। इस बात की पुष्टि निगम आयुक्त ने भी अपने प्रतिवेदन में की है।

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