यरूशलम/दोहा, सितंबर 30 -- इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दोहा में हवाई हमले के लिये सोमवार को कतर से माफी मांगी ।
यह माफी कतर के प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ त्रिपक्षीय फोन कॉल के दौरान मांगी गई। कतर के विदेश मंत्रालय के मुताबिक श्री नेतन्याहू ने घटना पर पश्चाताप किया और कहा कि ऐसी घटना अब दोबारा नहीं होगी।
श्री अल थानी ने हमले की निंदा की थी और इस बात पर जोर दिया कि कतर के नागरिकों और निवासियों की सुरक्षा उसकी प्राथमिकता है। साथ ही वे देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
नौ सितंबर को इजरायल ने दोहा पर हवाई हमले किये थे। उनका दावा था कि उन्होंने शहर में छिपे वरिष्ठ हमास नेताओं को निशाना बनाया। हमास ने कहा कि उसका प्रतिनिधिमंडल उस समय अमेरिका की मध्यस्थता वाले युद्धविराम प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए दोहा में था। इन हमलों में पांच फिलिस्तीनी और कतर का एक सुरक्षा अधिकारी मारा गया था । इस घटना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी निंदा हुयी थी।
श्री नेतन्याहू ने अमेरिका से अपने संबोधन में कतरी समकक्ष से कहा कि इजरायल की भविष्य में फिर से आपकी संप्रभुता का उल्लंघन करने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने श्री ट्रम्प से भी यह वादा किया है।
उन्होंने कहा '' मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि इजरायल हमास को निशाना बना रहा था, कतर के लोगों को नहीं। "श्री नेतन्याहू ने लंबित विवादों को सुलझाने के लिए कतर के साथ त्रिपक्षीय तंत्र के श्री ट्रम्प के प्रस्ताव का भी समर्थन किया।
सरकार समर्थित टीवी सहित इजरायली मीडिया ने बताया कि यह माफी कतर के लिए गाजा में युद्ध विराम और इजरायली बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए मध्यस्थता के प्रयासों को जारी रखने के लिए एक आवश्यक शर्त थी।
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