बुलन्दशहर , दिसम्बर 25 -- उत्तर प्रदेश की बुलन्दशहर पुलिस ने पंजाब नेशनल बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक, बैंक मित्र समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर एक बड़े बैंकिंग फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। आरोप है कि इस गिरोह ने करीब 40-50 खाताधारकों के खातों से लगभग एक करोड़ 25 लाख रुपये की ठगी की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सफल अनावरण करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि मुख्य आरोपी आकाश कुमार वर्ष 2022 से पंजाब नेशनल बैंक की क्षेत्रीय श्री गांधी आश्रम शाखा, बुलन्दशहर में बैंक मित्र के रूप में कार्यरत था और बैंक कर्मियों की रिजर्व आईडी, पासवर्ड और बायोमैट्रिक थम्ब इम्प्रेशन का दुरुपयोग करता था। एफडी कराने के लिए आने वाले ग्राहकों की रकम को वह बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से एफडी के नाम पर खातों से डेबिट कर अपनी माता पूनम, पिता विजय कुमार, भाई अनिकेत, साथियों सचिन कुमार, निर्भय सिंह माल्यम, ताऊ कुंवरपाल और मित्र रोचित कुमार के खातों में ट्रांसफर कर देता था। ट्रांजेक्शन एंट्री में एफडीआर/ट्रांसफर अंकित कर दी जाती थी।

पुलिस के अनुसार जिन बैंक अधिकारियों की आईडी का उपयोग एफडीआर बनाने और धनराशि ट्रांसफर में किया जाता था, उन्हें भी हिस्सा दिया जाता था। तत्कालीन शाखा प्रबंधक अजय कुमार पासवान को भी उनके हिस्से की रकम नकद दी जाती थी। आरोप है कि बिना ग्राहकों को बताए, बिना वाउचर और चेक के, 100 से अधिक बार गलत तरीके से ट्रांजेक्शन कर गबन किया गया। इसके अलावा बैंक बिल्डिंग का किराया, जनरेटर खर्च और बिजली बिल जैसी सरकारी मदों की राशि भी आपराधिक षड्यंत्र के तहत इन्हीं खातों में स्थानांतरित की गई।

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