बहराइच , अक्टूबर 15 -- उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने बुधवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में मुस्लिम महिलाओं के बुर्का पहनकर मतदान करने को लेकर उठे विवाद पर चुनाव आयोग के निर्णय का समर्थन करते हुये कहा कि महिला कांस्टेबल द्वारा बुर्का पहनने वाली महिला मतदाताओं की जांच किया जाना किसी भी प्रकार के विरोध की श्रेणी में नहीं आता। यह सिर्फ पहचान की प्रक्रिया का हिस्सा है, इसमें किसी समुदाय की भावना आहत नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने मौलाना सहाबुद्दीन रज़वी के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें उन्होंने बिहार चुनाव में मुस्लिम नेतृत्व की अनदेखी की बात कही थी। अपर्णा यादव ने कहा "हिंदू, मुसलमान, सिख, इसाई सभी भारत के अंग हैं। हमारा देश धर्म निरपेक्ष है मगर कुछ मुस्लिम नेता सिर्फ अपनी शानो-शौकत में डूबे हैं, बंगले देख लीजिए, बच्चे विदेशों में पढ़ते हैं और चाहते हैं कि आम मुस्लिम बहनें और उनके बच्चे सिर्फ मदरसों तक सीमित रहें। यह शिक्षा व्यवस्था उन्हें समाज में आगे नहीं बढ़ा रही।"अपर्णा यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक कानून लाकर महिलाओं को अधिकार दिलाया और कश्मीर जैसे मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाया। ऐसे में इस तरह के बयान देकर समाज को बांटने की कोशिश करना "एक तरह का दुराचार" है।
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