नयी दिल्ली, सितंबर 27 -- दिल्ली पुलिस की अपराधशाखा-IV ने सोने और हीरे के आभूषणों के साथ-साथ नकदी की बड़ी डकैती में शामिल एक भगोड़े आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसे अदालत ने भगोड़ा घोषित अपराधी करार दिया था।
पुलिस उपायुक्त क्राइम ब्रांच-IV, पंकज कुमार ने आज बताया कि आरके पुरम टीम ने 26 सितंबर को जावेद नामक व्यक्ति को सफलतापूर्वक गिरफ्तार किया था। जावेद जनवरी 2020 में दर्ज एक डकैती के मामले में गिरफ्तारी से बच रहा था, जिसके कारण गत 24 फरवरी को उसे कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित किया गया था।
यह मामला जनवरी 2020 का है। अंबिका विहार, दिल्ली में रहने वाले एक ड्राइवर राजेश ने अपने छह अन्य साथियों के साथ मिलकर एक घर में डकैती की साजिश रची थी। राजेश ने उन्हें बताया कि अंबिका विहार के मकान नंबर 223 में एक बुजुर्ग महिला अकेली रहती है, जिसके बच्चे ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं। उन्हें पता था कि घर में भारी मात्रा में सोने और हीरे के आभूषण और नकदी मौजूद है।
गत 29 जनवरी 2020 को दोपहर करीब 1 बजे, सातों आरोपी अंबिका विहार पहुंचे। साजिश के तहत, चार आरोपी आरिफ, अख्तर, विनीत और मूलचंद गैस मीटर चेक करने के बहाने घर के अंदर दाखिल हो गए जबकि जावेद, राजेश और घनश्याम तिवारी बाहर निगरानी के लिए रुके रहे।
घर के अंदर घुसते ही, हमलावरों ने बुजुर्ग मालकिन और उनकी नौकरानी को रस्सी से बांध दिया था। आरिफ ने दोनों को नशीला पदार्थ भी दे दिया। इसके बाद, उन्होंने मालकिन के शरीर से पहने हुए सोने और हीरे के आभूषण जबरन उतार लिए और पूरे घर की तलाशी ली। इस डकैती में उन्होंने लगभग 20 लाख मूल्य के सोने और हीरे के आभूषण और 20,000 नकद की लूट को अंजाम दिया था।
बुजुर्ग महिला की शिकायत पर, पश्चिम विहार में मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान, सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि, मुकदमे के दौरान आरोपी जावेद को जमानत मिल गई और उसने इसके बाद अपना निवास स्थान बदलकर पुलिस की गिरफ्त से भागना शुरू कर दिया, जिसके कारण उसे भगोड़ा अपराधी घोषित कर दिया गया था।
आरोपी जावेद को पकड़ने के लिए टीम ने तकनीकी और स्थानीय खुफिया जानकारी का उपयोग किया और 26 सितंबर को मुखबिर सूचना पर जावेद सुं सेंट मार्क स्कूल के पास एक पार्क में दबोच लिया।
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