भभुआ , अक्टूबर 18 -- बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता अशोक चौधरी ने शनिवार को कहा कि नीतीश कुमार जब बिहार के मुख्यमंत्री बने, उंस समय प्रदेश में विकास दर मात्र 2.3 प्रतिशत थी, जो बीस वर्षों की निरंतर प्रतिबद्धता और सुशासन के परिणामस्वरूप दस प्रतिशत से अधिक हो गयी है।

श्री चौधरी आज कैमूर जिले के चैनपुर विधानसभा क्षेत्र पहुंचे, जहां उन्होंने जनता दल यूनाईटेड (जदयू) प्रत्याशी मोहम्मद जमा खान के नामांकन कार्यक्रम में भाग लिया।

मंत्री ने इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वर्षों की निरंतर प्रतिबद्धता और सुशासन के परिणामस्वरूप बिहार की विकास दर 10 प्रतिशत से अधिक हो हुई है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था सुदृढ़ हुई है, शासन-प्रशासन में पारदर्शिता आई है और सड़कों-पुलों जैसी आधारभूत संरचनाओं का तीव्र विस्तार हुआ है। बिहार आज पीछे मुड़कर नहीं देख रहा, बल्कि आत्मनिर्भरता और स्वावलंबन की दिशा में दृढ़, तेज़ और विश्वासपूर्ण कदमों से बढ़ रहा है।

जदयूं नेता ने कहा कि जब मुख्यमंत्री श्री कुमार ने राज्य के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का संकल्प लिया, तब जमा खान साहब ने कैमूर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए निरंतर प्रयास किया। उन्होंने न केवल मुख्यमंत्री से आग्रह किया बल्कि कॉलेज के लिए स्थल चयन में भी सक्रिय भूमिका निभाई। इसके अलावा, उन्होंने अल्पसंख्यक छात्रावास, बिजली और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं के विस्तार के लिए लगातार काम किया और चैनपुर क्षेत्र के विकास को नई दिशा दी।उन्होंने बताया कि जमा खान साहब पहले ऐसे मुस्लिम नेता हैं जिन्होंने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में छात्रसंघ अध्यक्ष पद सुशोभित कर इतिहास रचा। यह उनकी धर्मनिरपेक्ष, सरल और प्रभावशाली व्यक्तित्व की पहचान है।

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