चंडीगढ़ , अक्टूबर 22 -- हरियाणा के भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, खानपुर कलां के शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने चार माह (जुलाई से अक्टूबर) से वेतन न मिलने के विरोध में इस वर्ष 'काली दिवाली' मनायी।

विश्वविद्यालय के अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों की एसोसिएशन सहित सभी टीचिंग और नॉन-टीचिंग संघों ने कई बार विश्वविद्यालय प्रशासन से लंबित वेतन शीघ्र जारी करने की मांग की थी। कुलपति प्रो. सुदेश, कुलसचिव प्रो. शिवालिक यादव और अन्य अधिकारियों ने दीपावली से पूर्व वेतन जारी करने का आश्वासन दिया था, परंतु त्योहार बीत जाने तक भी कर्मचारियों को वेतन प्राप्त नहीं हुआ। हुक्टा के अध्यक्ष एवं बीपीएसएमवी अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ. विजय मलिक, अध्यक्ष डॉ. सुमन रंगा, डॉ. शीतल शर्मा, डॉ. दिनेश, डॉ. अंजू और डॉ. अमित ने बताया कि वेतन न मिलने के कारण सभी कर्मचारी और उनके परिवार गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। मजबूरी में कर्मचारियों ने दिवाली जैसे उत्सव को 'काली दिवाली' के रूप में मनाया।

कर्मचारियों का कहना है कि बार-बार निवेदन के बावजूद प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। चार माह से वेतन लंबित रहने के कारण वे ऋण, बच्चों की फीस, मेडिकल बिल और घरेलू खर्च पूरे नहीं कर पा रहे हैं। कई कर्मचारियों के बैंक लोन की ईएमआई न भर पाने से उनके सिबिल स्कोर भी प्रभावित हुए हैं, जिससे भविष्य में वित्तीय कठिनाइयां और बढ़ सकती हैं।

कर्मचारियों ने कहा कि नियमित वेतन वितरण न होने से उनके आर्थिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ा है।

सभी टीचिंग और नॉन-टीचिंग एसोसिएशनों ने कुलपति, रजिस्ट्रार और वित्त अधिकारी से वेतन का नियमित और समयबद्ध भुगतान सुनिश्चित करने की मांग की है। यदि इसका शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो कर्मचारी मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से मुलाकात करेंगे और फिर भी बात न बनी तो संयुक्त आंदोलन शुरू किया जायेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन और हरियाणा सरकार की होगी।

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