रायसेन भोपाल , नवंबर 22 -- मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में कथित तौर पर एक बीएलओ की काम के दबाव के चलते दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत के मामले में कांग्रेस ने सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाए हैं।
मंडीदीप में कल देर रात कथित तौर पर मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में बढ़ते दबाव के कारण एक बीएलओ की हार्ट अटैक से मौत हो गई। बीएलओ रमाकांत पांडे रात को ऑनलाइन मीटिंग में शामिल थे।
सूत्रों के अनुसार मीटिंग खत्म होने के दस मिनट बाद उनकी तबियत बिगड़ी और वे वॉशरूम में गिर पड़े। परिजन उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रमाकांत पांडे वार्ड 17 टीलाखेड़ी प्राथमिक स्कूल में शिक्षक थे और बीएलओ की ड्यूटी कर रहे थे। पत्नी रेखा पांडे के मुताबिक, वे चार रात से नहीं सोए थे। देर रात तक काम लगातार फोन पर निर्देश और समय-सीमा का दबाव उन्हें परेशान कर रहा था। उन्हें हर समय निलंबित होने का डर था।
इसी बीच इस मामले को लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस खबर को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि एसआईआर प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग हड़बड़ी कर रहा है। मंडीदीप में इस कार्य के दबाव ने एक बीएलओ की जान ले ली। चुनाव आयोग आखिर किस बात की जल्दबाज़ी में है और क्यों कर्मचारियों पर इतना तनाव बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वे एक बार फिर कह रहे हैं कि चुनाव आयोग भाजपा सरकार के एजेंडा को पूरा करने की एवज में देश के नागरिकों का नुकसान कर रहा है।
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