वाराणसी , नवंबर 29 -- काशी तमिल संगमम् (केटीएस) के चौथे संस्करण की मेजबानी के लिए वाराणसी पूरी तरह तैयार है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने शनिवार को बताया कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम के शैक्षणिक साझेदार बीएचयू और आईआईटी मद्रास हैं। यह आयोजन काशी और तमिलनाडु के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक संबंधों का भव्य दर्शन कराएगा।

केटीएस 4.0 के अंतर्गत बीएचयू और आईआईटी (बीएचयू) 2 से 15 दिसंबर तक विभिन्न विषयों पर संयुक्त रूप से सात शैक्षणिक सत्र आयोजित करेंगे। दोनों संस्थान मुख्य कार्यक्रम से पूर्व शहर में जन-जागरूकता और जनसंपर्क अभियान भी चला रहे हैं।

कुलपति श्री प्रो. चतुर्वेदी ने कहा, "काशी तमिल संगमम् की शुरुआत से ही सक्रिय भागीदार होना बीएचयू के लिए गर्व की बात है। आईआईटी (बीएचयू) के साथ मिलकर हम मेहमानों को ऐसा यादगार अनुभव देने की पूरी तैयारी कर रहे हैं, जिसकी स्मृतियाँ जीवन भर रहेंगी।"उन्होंने बताया कि शैक्षणिक सत्रों के अलावा मेहमानों को बीएचयू के संग्रहालय, पुस्तकालय, शोध प्रयोगशालाओं, महामना अभिलेखागार तथा भारत कला भवन के साथ-साथ आईआईटी (बीएचयू) की अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं, नवाचार केंद्रों और अनुसंधान सुविधाओं का भ्रमण कराया जाएगा।

इस बार का मुख्य विषय "लेट अस लर्न तमिल - तमिळ करकलाम" है, जो तमिल भाषा सीखने को सांस्कृतिक एकता और आपसी सद्भाव का माध्यम बनाने पर बल देता है।

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