श्रीनगर , अक्टूबर 24 -- 'सीमा सड़क कार्य बल 760' (बीआरटीएफ) ने गुरुवार को बारामूला जिले के गुलमर्ग में हिम तेंदुओं के संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक जागरूकता रैली का आयोजन किया।

उल्लेखनीय है कि 'सीमा सड़क कार्य बल 760' सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ही एक इकाई है, जो प्रोजेक्ट बीकन के तहत संचालित होती है। बीआरटीएफ द्वारा आयोजित इस रैली का उद्देश्य वन्यजीव संरक्षण, फिटनेस और पर्यावरणीय ज़िम्मेदारी को बढ़ावा देना था। । इसे 'हिम तेंदुओं के लिए 23 मिनट' शीर्षक के तहत आयोजित किया गया था और इसका विषय 'हिम तेंदुए एक बार में 80 किलोमीटर तक चल सकते हैं, आप कितनी दूर जा सकते हैं?' था।

गुलमर्ग टुकड़ी के प्रभारी कैप्टन वैभव भोसले ने प्रोजेक्ट बीकन के जवानों के साथ इसमें भाग लिया और भारत के उच्च-पहाड़ी वन्यजीवों के संरक्षण के लिए जवानों से वन्यजीव जागरूकता पहलों में सक्रिय रूप से शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने सामुदायिक भागीदारी के महत्व पर भी ज़ोर दिया है।

अपने परिवेश में स्वयं को आसानी से छुपा लेने की प्रवृति के कारण हिम तेंदुओं को 'पहाड़ों का भूत' कहा जाता है। यह मुख्य रूप से हिमालयी क्षेत्र में पायी जाने वाली प्रजाति है। आँकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में केवल 718 हिम तेंदुए हैं।

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