रांची, अक्टूबर 17 -- झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने शुक्रवार को निर्वाचन सदन में बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य की सभी प्रवर्तन एजेंसियों के प्रमुखों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।

उन्होंने सभी एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे आपस में और बिहार राज्य की प्रवर्तन एजेंसियों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर कार्य करें।

श्री कुमार ने बताया कि झारखण्ड राज्य के 10 जिले बिहार राज्य के साथ सीमाएं साझा करते हैं और बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू है। इसे ध्यान में रखते हुए बिहार और झारखण्ड की सीमाओं पर 'मिरर चेकपोस्ट' बनाए गए हैं।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि इन चेकपोस्टों को पूरी तरह से सक्रिय रखा जाए ताकि चुनाव को प्रभावित करने वाली अवैध सामग्रियों की आवाजाही पर सख्ती से अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने विशेष रूप से नकदी, शराब, ड्रग्स और अन्य प्रलोभनों की अवैध आवाजाही को रोकने के लिए प्रवर्तन एजेंसियों को पूरी मुस्तैदी से कार्य करने का निर्देश दिया।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के अंतर राज्य सीमाओं पर निगरानी रखने के साथ-साथ बिहार से सटे सीमावर्ती इलाकों में भी प्रवर्तन एजेंसियां सक्रिय रूप से संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी करें। अवैध शराब भट्ठियों की सूचना आपस में साझा कर उसे ध्वस्त करें। अवैध कैस अथवा चुनाव के लिए प्रलोभन के लिए किसी प्रकार की संदिग्ध सामग्री के आवागमन पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाएं। उन्होंने कहा कि छापेमारी में प्राप्त अवैध सामग्रियों के बैकवर्ड लिंकेज तलाशते हुए कार्यवाही सुनिश्चित करें।

बैठक में राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी माईकल राज,आयुक्त, वाणिज्य एवं कर विभाग अमित कुमार, आयुक्त, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग लोकेश कुमार मिश्रा, आईजी धनंजय कुमार, आईजी अश्विनी कुमार, नारकोटिक्स, टैक्स, वन विभाग के वरीय पदाधिकारी सहित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, देव दास दत्ता सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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