लखनऊ , अक्टूबर 18 -- समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुये कहा कि बिहार के विधानसभा चुनाव में श्री योगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्टार प्रचारक नहीं बल्कि स्टार विभाजक बन कर गये हैं।
पार्टी कार्यालय पर शनिवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होने कहा कि भाजपा के लोग साम्प्रदायिक और नकारात्मक सोच वाले हैं जो समाज को तोड़ने का काम करते है। भाजपा का एनडीए निगेटिव गठबंधन है। अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो नीति पर चलने वाली भाजपा समाज में नफरत और बांटने की राजनीति कर रही है।
उन्होने कहा कि भाजपा सरकार में बड़े पैमाने पर भेदभाव हो रहा है। भाजपा बहुत बड़ी जातिवादी पार्टी हैं इसकी सरकार में शिक्षा विभाग, शिक्षण संस्थाओं से लेकर ट्रांसफर पोस्टिंग सब जगह भेदभाव हो रहा है। भेदभाव का झगड़ा बहुत पुराना है। पीडीए इसी पीड़ा के सूत्र से बंधा हुआ है। समाजवादी पार्टी भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। समाजवादी पार्टी प्रदेश में सरकार बनाकर न्याय के राज के साथ-साथ सामाजिक न्याय के राज की स्थापना करेगी तभी पीडीए परिवार का दुःख-दर्द दूर होगा।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियां गरीब, किसान, युवा विरोधी है। बैंकों में गरीबों के जो खाते खुलवाए गये थे इस सरकार ने उनका सारा पैसा अपने पास रख लिया। भाजपा सरकार ने स्मार्ट सिटी के नाम पर धोखा दिया है। स्मार्टसिटी के नाम पर आया बजट लूट लिया गया है। लखनऊ में जगह-जगह कूड़ा है। नाले भरे पड़े हैं। सफाई नहीं है। पूरा शहर जाम में फंसा हुआ है। यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। सरकार टैªफिक नहीं संभाल पा रही है। प्रदेश में बड़े शहरों में यातायात स्थिति बेहद खराब है। हर शहर में जाम की स्थिति है। आखिर स्मार्ट सिटी का फंड कहां जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली सब बर्बाद कर दी हैं। बिजली का निजीकरण करने के लिए पूरी व्यवस्था को खराब कर दिया। भाजपा सरकार बिजली व्यवस्था को निजी हाथों में बेचना चाहती है। इस सरकार ने अपने कार्यकाल में एक भी बिजलीघर नहीं लगाया, आज जो भी बिजली मिल रही वह समाजवादी सरकार में लगाए गए बिजली घरांे से मिल रही है।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने बजट के लूट के अलावा कोई कार्य नहीं किया। जब समाजवादी सरकार थी तब प्रदेश का बजट करीब चार लाख करोड़ रूपये था। उस समय समाजवादी पार्टी की सरकार ने मरीजों के लिए एम्बुलेंस चलाई, डायल 100 सेवा शुरू की। विश्वस्तरीय स्टेडियम, एक्सप्रेस-वे, पार्क बनाए। छात्र-छात्राओं को लगभग लाख लैपटॉप बांटे गये, कन्या विद्याधन, समाजवादी पेंशन दी गई। जिलों का फोरलेन सड़कों से जोड़ा गया। किसानों के लिए मंडिया बनाई गयी। किसानों की सिंचाई मुफ्त की गई। सरकारी अस्पतालों में दवाई और जांचे मुफ्त की गई थी। आज प्रदेश का बजट आठ लाख करोड़ रूपये से ज्यादा का हो गया है लेकिन विकास का कोई कार्य नहीं दिख रहा है।
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