पटना , नवंबर 26 -- बिहार के मध निषेध,उत्पाद एवं निबंधन मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने बुधवार को कहा कि प्रदेश में शराबबंदी की सफलता का पूरा श्रेय महिलाओं को जाता है।
मंत्री श्री यादव ने मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की ओर से आयोजित 'नशा मुक्ति दिवस' कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि बिहार में शराबबंदी की सफलता का पूरा श्रेय महिलाओं को जाता है। उन्होंने कहा कि पहले इस विभाग से राज्य को लगभग 13 हजार करोड़ रुपये सालाना राजस्व मिलता था, लेकिन महिलाओं की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सामाजिक हित और बेहतर भविष्य के लिए शराबबंदी लागू करने का साहसी फैसला लिया। शुरू में कई सवाल उठे, लेकिन नेक इरादे के कारण सभी कठिनाइयों पर विजय पाई गई। आज शराबबंदी बिहार में सफलतापूर्वक लागू है और इसका सबसे बड़ा कारण महिलाओं का समर्थन है।
इस कार्यक्रम में मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि अप्रैल 2016 से अब तक कई चुनौतियों के बावजूद जनता के सहयोग से यह कानून कायम है। उन्होंने कहा, आज सड़कों पर, पर्व-त्योहारों और शादियों में पहले जैसा शराब का माहौल नहीं दिखता है। इस कानून से लोगों के स्वास्थ्य, सामाजिक व्यवस्था और आर्थिक स्थिति में बड़ा सुधार आया है।
विभाग के सचिव अजय यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार नशा मुक्ति के क्षेत्र में देश में अग्रणी राज्य है। उन्होंने कहा कि पुलिस बल, मोटर बोट, स्निफर डॉग, ब्रेथ एनालाइजर और आधुनिक तकनीक के जरिए कानून का सख्ती से पालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि देश में 47 प्रतिशत आबादी 25 वर्ष से कम आयु की है, जबकि बिहार में यह आंकड़ा 57 प्रतिशत है। नशा मुक्त बिहार युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा देने के साथ महिलाओं को सुरक्षा और सम्मान दे रहा है।
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