पटना , नवंबर 04 -- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 'मेरा बूथ, सबसे मजबूत' कार्यक्रम के तहत बिहार की महिला कार्यकर्ताओं से संवाद किया और इस दौरान उन्होंने बूथ स्तर पर चल रहे चुनावी अभियानों, महिलाओं की भागीदारी और सरकारी योजनाओं के प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की।

संवाद की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं से पूछा कि बूथ स्तर पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का प्रचार- प्रसार कैसा चल रहा है। इस पर महिलाओं ने बताया कि पिछले छह महीनों से वे गांव- गांव जाकर लोगों को सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों के बारे में जागरूक कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उनकी नानी- दादी 'जंगलराज' के दौर की बातें बताती हैं और आज वे नहीं चाहतीं कि ऐसा दौर दोबारा लौटे।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, सरकारी योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी भाषणों से नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर काम से फैलती है। जब हमारी बहनें और बेटियां खुद आगे बढ़कर लोगों को जागरूक करती हैं तभी असली परिवर्तन आता है।

महिलाओं ने संवाद के दौरान अपने अनुभव साझा किये और बोला कि पहले गांवों में लड़कियों के लिए बाहर निकलना मुश्किल था, लेकिन अब माहौल पूरी तरह बदल गया है। अब बेखौफ बच्चियां पढ़ाई के लिए बाहर जाती हैं, काम करती हैं और आत्मनिर्भर बन रही हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बिहार की बेटियां न केवल खुद रोजगार पा रही हैं, बल्कि रोजगार दे भी रही हैं। जीविका दीदियों ने आत्मनिर्भरता की नई मिसाल कायम की है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये तो साफ है कि बिहार में राजग की जीत तय है, लेकिन ज्यादा से ज्यादा मतदान सुनिश्चित करना भी जरूरी है। इसके लिए हर बूथ पर मजबूत रणनीति और जनसंपर्क होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में राजग की रैलियों में महिलाओं की भारी भागीदारी यह साबित करती है कि 'मेरा बूथ, सबसे मजबूत' का संकल्प जमीनी हकीकत बन चुका है।

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