नयी दिल्ली/पटना , नवंबर 21 -- बिहार विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद बिहार महिला कांग्रेस अध्यक्ष शरवत जहां फ़ातिमा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
टिकट वितरण में महिलाओं को कांग्रेस पार्टी में केवल आठ प्रतिशत भागीदारी मिलने से नाराज सुश्री फ़ातिमा ने अपना इस्तीफ़ा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजा है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा "राजनीति करने के कई पैमाने हैं लेकिन अपने 25 वर्ष के राजनीतिक सफ़र में, मैंने केवल नैतिकता और निडरता को अपना पैमाना बनाया है | विगत विधान सभा चुनाव में पार्टी ने मात्र आठ प्रतिशत महिलाओं को टिकट दिये और इसका परिणाम यह रहा कि दोनों सदन में हमारी पार्टी का महिला प्रतिनिधित्व शून्य पर आ गया।"इस हार की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए सुश्री फ़ातिमा ने कहा कि अपने पद की गरिमा और अपनी पार्टी के महिला सशक्तीकरण पर केंद्रित मूल सिद्धांत को देखते हुए वह इस विडम्बना की नैतिक ज़िम्मेदारी लेना आवश्यक समझती हैं। महिला नेतृत्व की स्थिति को लेकर उनके मन में पीड़ा और आत्म-विवेचना भी है और इसी कारणवश वह बिहार प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफ़ा दे रही हैं |उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने निजी और राजनीतिक जीवन में हमेशा श्रीमती सोनिया गांधी जी को अपना आदर्श माना है। श्रीमती गांधी की नैतिकता तथा पद और कुर्सी के लिए उनका त्याग, उनके लिए हमेशा दृढ़ नेतृत्व का प्रतीक बना रहेगा।
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