पटना , अक्तूबर 16 -- पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि बिहार में विकास ने अपनी रफ्तार पकड ली है और उसके दम पर प्रदेश में फिर से राजग सरकार बनेगी।

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से पांचवी बार सांसद बने श्री ठाकुर बिहार विधानसभा चुनाव में पटना की बांकीपुर से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार नितिन नवीन और अररिया की सिकटी विधानसभा से चुनावी समर में उतरे विजय कुमार मंडल के नामांकन समारोह में भाग लेने आये थे।

श्री ठाकुर ने इस अवसर पर जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासनकाल में बिहार विकास की रफ़्तार पकड़ चुका है, इसलिए जनता विधानसभा चुनाव में फिर एक बार फिर नीतीश सरकार के उपर अपना भरोसा जतायेगी और सुशासन एवं सर्वकल्याण वाली राजग सरकार बनाएगी।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि " बिहार बुद्ध, चाणक्य और जननायक जयप्रकाश नारायण की धरती है।यह वही बिहार है जिसने देश को दिशा दी, लोकतंत्र को ताकत दी और आज एक बार फिर प्रदेश विकास की नई कहानी लिखने जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में सुशासन की सरकार चल रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग सरकार बिहार में लगातार विकास के काम करती रही हैं।

श्री ठाकुर ने कहा कि पिछले एक दशक में केंद्र सरकार द्वारा राज्य को दी गई वित्तीय सहायता ने बिहार में समृद्धि की राह खोल दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कार्यकाल में 2004-14 की तुलना में बिहार को मिलने वाली आर्थिक सहायता तीन गुना से भी अधिक बढ़कर 2014-24 के दौरान 9.23 लाख करोड़ तक पहुंच गई। यह निवेश न केवल राज्य की सामाजिक और आर्थिक संरचना को बदल रहा है, बल्कि प्रदेश को पूर्वी भारत का प्रमुख आर्थिक हब बनाने में भी मददगार बन रहा है।

भाजपा सांसद ने कहा कि राजग सरकार ने बिहार के सर्वांगीण विकास में अभूतपूर्व कार्य किए हैं। दो नए हवाईअड्डे का निर्माण और छह की स्वीकृति, उनका विस्तारीकरण, पांच एक्सप्रेस-वे, दो एम्स, दो सेंट्रल यूनिवर्सिटी, नए महासेतु, पटना में मेट्रो, मखाना बोर्ड की स्थापना, 1.5 करोड़ से अधिक शौचालय , उज्ज्वला योजना के अंतर्गत एक करोड़ एलपीजी गैस कनेक्शन के साथ रेलवे ट्रैक विस्तार से बिहार ने विकास की गति पकड़ी है। उन्होंने कहा कि 2009 से 2014 के दौरान राज्य में औसतन केवल 63.6 किलोमीटर नए सडक प्रतिवर्ष बन रही थी, लेकिन 2014 से 2025 तक यह औसत बढ़कर 172.6 किलोमीटर प्रतिवर्ष हो गया।

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