पटना , अक्टूबर 23 -- बिहार चुनाव में महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उमीदवार बनाये जाने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि इस बार प्रदेश से 20 साल पुरानी भ्रष्ट और निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।

श्री यादव ने अपने माता पिता लालू-राबड़ी को याद किया और बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री का उमीदवार घोषित किये जाने पर कांग्रेस नेता अशोक गहलोत तथा सभी घटक दलों के नेताओं को धन्यवाद दिया।

राजद नेता श्री तेजस्वी ने कहा कि बिहार में बीस साल पुरानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार निकम्मी हो चुकी है और चारो तरफ भ्रष्टाचार से लिप्त है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत ठीक नही है और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की सारी गतिविधियां तीन-चार नेताओं ने अपने नियंत्रण में ले रखी हैं। उन्होंने कहा कि ये सभी नेता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिले हुए हैं और चुनाव के बाद जदयू को खत्म करने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक षड्यंत्र के तहत इस चुनाव में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का उमीदवार घोषित नही किया गया है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने साफ शब्दों में कहा है कि चुनाव के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ( राजग)के विधायक दल के नेता मुख्यमंत्री पड़ का चुनाव करेंगे।

राजद नेता ने कहा कि राजग सरकार के तमाम दावों के बावजूद बिहार में गरीबी, बेरोजगारी, पलायन बढ़ता ही गया है। बिहार की प्रति व्यक्ति आय भी देश मे सबसे कम है। प्रदेश में उद्योग धंधे भी नही हैं और ना ही सरकार के पास आगे कारखाने लगाने की कोई योजना है। उन्होंने कहा कि श्री लालू के काल मे रेलवे ने कारखाना लगाया था और उन्होंने अपने 17 महीने के कार्यकाल में रीगा चीनी मिल को पुनः शुरू करवाया था। उन्होंने कहा कि शेष बंद पड़ी चीनी मिलों को शुरू करने के लिए सरकार के पास कोई योजना नही है।

श्री यादव ने कहा कि बिहार का प्रशासन अधिकारियों और बाबुओं के हाथ मे है जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। घूसखोरी अतिशय बढ़ गयी है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार आई तो भ्रष्टाचार पर कड़ाई से लगाम लगाया जाएगा। उन्होने कहा कि उनकी स्वयं की परछाई भी भ्रष्टाचार करेगी तो उस पर भी कार्रवाई होगी।

राजद नेता ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की हालत बहुत बुरी है। उन्होंने कहा कि लालू राज को जंगल राज कहने वाले नेता भूल गए हैं कि बिहार में पिछले बीस वर्षों में 70 हजार हत्याएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि यदि वह जंगल राज था तो फिर यह क्या है? उन्होंने कहा कि सृजन घोटाला, बालिका गृह कांड से ले कर चूहों के पुल गिराने और शराब पीने तक इस सरकार के असंख्य कारनामे हैं। इन सभी मामलों में सरकार ने कोई कार्रवाई नही की है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित