जयपुर , नवंबर 17 -- राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिहार चुनाव के नतीजों एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कांग्रेस पर की गई टिप्पणी पर पलटवार करते हुए बिहार चुनाव में धनबल का प्रयोग और उसे हाईजैक कर लेने का आरोप लगाया हैं।
श्री गहलोत ने सोमवार को यहां जयपुर हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत में यह आरोप लगाया। उन्होंने श्री मोदी के बयान को बकवास बताते हुए कहा कि उनकी खुद की पार्टी का अध्यक्ष नहीं बन पा रहा है, लगभग दो साल हो गए, वो तो बना नहीं पा रहे हैं तो फूट किसमें है, उनमें है या हमारी पार्टी में है। इसलिए ये जुमले बोलते रहते हैं मोदी जी और हम सुनते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव में हार जीत होती रहती है लोकतंत्र में। जिस प्रकार से हाईजैक किया गया चुनाव बिहार में, महिलाओं को दस हजार रुपये, चुनाव चल रहे हैं, बंट रहे हैं, चार सौ रुपये दिए उन्होंने पेंशन, ग्यारह सौ कर दी उसको, वो बंटते गए, पोलिंग दिन तक बंटते गए, ऐसा आज तक कभी हुआ नहीं है, राजस्थान में हमारे यहां पर योजनाएं थी दो साल पहले की, 2022 की स्कीम थी मोबाइल बांटने की, तुरंत बंद हो गई चुनाव शुरू होते ही, पेंशन बंटनी थी, वो बंद हो गई, अन्नपूर्णा योजना बंद हो गई, सब कुछ बंद हो गया।
उन्होंने कहा कि लेकिन बिहार में चुनाव आयोग देखता रहा, कोई रोका ही नहीं उन्होंने। कई कारण होंगे उसमें एक कारण यह भी मुख्य रूप से है, एक महिला बिहार जैसे प्रदेश के अंदर दस हजार रुपए का मतलब खाली एक महिला का वोट नहीं है, पूरे परिवार के वोटों का असर पड़ा वहां पर, इस प्रकार की हरकतें हुईं वहां पर, और प्रधानमंत्री ऊपर से कहते हैं कि अभी कांग्रेस का सफाया हो गया है, इसलिए कांग्रेस पार्टी टूट जाएगी, कांग्रेस पार्टी तो सोनियाजी हो, चाहे खड़गे साहब हो चाहे राहुल गांधी हों, उनके नेतृत्व में पूरी तरह एकजुट है और जो चुनौतियां पेश की गई देश के सामने, एनडीए गवर्नमेंट द्वारा, ध्रुवीकरण भी कर दिया गया है, एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं, दबाव में ले लिया गया ज्यूडिशियरी को या इलेक्शन कमीशन को भी, इन सबका मुकाबला करने में हम लोग सक्षम हैं, चाहे सीनियर हों चाहे जूनियर हों, सब लोग मिलकर के मुकाबला करेंगे, पार्टी एकजुट रहेगी।
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