विनय कुमार सेपटना, नवंबर 06 -- िहार के औरंगाबाद जिले की छह विधानसभा सीटों में एक कुटुम्बा कांग्रेस के लिए इस बार फिर प्रतिष्ठा का विषय बन गई है, क्योंकि यहां से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार हैट्रिक लगाने के इरादे से चुनावी मैदान में हैं, जहां उनका सीधा मुकाबला जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा(हम) के ललन राम से है।

अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट से लगातार दो बार चुनाव जीत हासिल करने वाले कांग्रेस के राजेश कुमार किसी भी हालत में जीत की हैट्रिक लगाने के लिए बेताब हैं। राजेश कुमार ने यहां से 2015 और 2020 का चुनाव जीता था। 2020 के चुनाव में कांग्रेस विरोधी मतों के हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर ), लोक जनशक्ति पार्टी और निर्दलीय उम्मीदवार ललन राम के बीच हुए बंटवारे का फायदा उठाकर राजेश कुमार ने जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार राह आसान नहीं है क्योंकि इस इलाके के पुराने विधायक और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) प्रत्याशी ललन राम उनको सीधी चुनौती दे रहे हैं।

वर्ष 2010 में जनता दल के टिकट पर कुटुम्बा के विधायक रह चुके ललन राम की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछली बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी उन्होंने 20 हज़ार से ज्यादा मत हासिल किए थे।

एनडीए गठबंधन ने इस बार उनकी व्यक्तिगत छवि और वोट बैंक को देखते हुए उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है, जो राजेश कुमार के लिए खतरे की घंटी से कम नहीं है।

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