पटना , अक्टूबर 08 -- चुनाव आयोग ने बुधवार को बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बाद जारी किये गये अंतिम मतदाता सूची में शामिल 7.42 करोड़ लोगों के नाम को लेकर आठ अक्टूबर तक कोई आपत्ति दर्ज नहीं करायी गई है।
सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर चुनाव आयोग के एक ट्वीट के अनुसार, बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एसआईआर के पूरा होने के बाद एक सितंबर को जारी अंतिम मतदाता सूची के संबंध में कोई आपत्ति प्राप्त नहीं हुई है। एसआईआर के बाद जारी अंतिम मतदाता सूची में कुल 7.42 करोड़ मतदाता सूचीबद्ध थे और प्रावधानों के अनुसार, विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि से दस दिन पहले तक कोई भी आपत्ति दर्ज की जा सकती थी।
बिहार के सभी जिलाधिकारियों सह जिला निर्वाचन अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक भी आपत्ति प्राप्त नहीं हुई है। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 121 सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर है, जबकि 122 सीटों के लिए दूसरे चरण के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है।
उल्लेखनीय है कि 24 जून को, जब एसआईआर की प्रक्रिया शुरू हुई थी, तब बिहार की मतदाता सूची में सूचीबद्ध मतदाताओं की संख्या 7.89 करोड़ थी। वहीं 30 अगस्त को, पहले चरण के एसआईआर के बाद, 7.24 करोड़ मतदाताओं के नाम वाली प्रारूप मतदाता सूची जारी की गई जिसमें 65 लाख नाम विभिन्न कारणों से हटा दिए गए थे, जिनमें मृत, अन्य स्थानों पर स्थानांतरित या स्थायी रूप से बिहार से बाहर चले गए मतदाता शामिल हैं। 30 सितंबर को, चुनाव आयोग द्वारा अंतिम मतदाता सूची जारी की गई, जिसमें 7.42 करोड़ मतदाता थे। 30 सितंबर को जारी मतदाता सूची में कुल 3.66 लाख नाम हटाए गए, जबकि 21.53 लाख मतदाताओं के नाम जोड़े गए।
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