पटना , दिसंबर 24 -- बिहार की सभी 32 पुरानी और 18 नई पुलिस लाइनों में जरूरी मूलभूत सुविधायें सुनिश्चित करने की कवायद शुरू करते हुए पुलिस मुख्यालय ने 14 अहम मानक तय किये हैं, जिनके आधार पर सभी पुलिस लाइनों का मूल्यांकन किया जायेगा और जहां भी कमी पाई जायेगी वहां समुचित कार्ययोजना बनाकर शीघ्र सुधार किया जायेगा।

इस संबंध में पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने सभी पुलिस रेंज के पुलिस महानिरीक्षक- उप- महानिरीक्षक और जिलों के आरक्षी अधीक्षक को पत्र भेजकर महीने के अंत तक अनिवार्य रूप से रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। सभी जिलों को खासकर 32 पुरानी पुलिस लाइनों की स्थिति का विस्तृत आकलन कर अपर पुलिस महानिदेशक (आधुनिकीकरण) सुधांशु कुमार को रिपोर्ट भेजनी होगी।

सभी जिलों से रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस मुख्यालय स्तर पर समेकित रिपोर्ट तैयार की जायेगी, जिसके आधार पर व्यापक स्तर पर सुधार और आधुनिकीकरण की प्रक्रिया शुरू होगी। मुख्यालय का उद्देश्य सभी पुलिस लाइनों को समय की जरूरत के अनुरूप अपग्रेड कर पुलिसकर्मियों को बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराना है।

पुलिस मुख्यालय के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, हाल के वर्षों में बनी 18 नई पुलिस लाइनों में अधिकांश सुविधायें पहले से मौजूद हैं, जबकि पुरानी 32 पुलिस लाइनों में कई मूलभूत सुविधाओं की कमी है। इन्हें प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जायेगा। इसी क्रम में हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से पटना पुलिस लाइन में केंद्रीयकृत किचन सह भोजनालय का शुभारंभ किया गया है।

पुलिस लाइनों में जिन 14 मूलभूत सुविधाओं को अनिवार्य किया गया है, उनमें शस्त्रागार, भोजनालय, ड्राई कैंटीन, क्रेच, बैरक, फैमिली क्वार्टर, जीपी स्टोर, मनोरंजन कक्ष, ऑब्स्टैकल कोर्स, पीटी और ड्रिल नर्सरी, सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, मिनी स्टेडियम व प्लेग्राउंड और ओपन जिम शामिल हैं। इसका उद्देश्य पुलिसकर्मियों की फिटनेस, प्रशिक्षण और जीवन स्तर को बेहतर बनाना है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित