हजारीबाग , 04अक्टूबर (वार्ता) झारखंड के हजारीबाग जिले की चौपारण थाना क्षेत्र की आदिम जनजाति की बिरहोर महिला पार्वती देवी की इलाज के दौरान मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए हजारीबाग सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार शनिवार को अचानक चौपारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित चिकित्सकों से पूछताछ की।
सिविल सर्जन ने कहा कि यदि लापरवाही से महिला की मौत हुई है तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। निरीक्षण के समय प्रभारी चिकित्सक डॉ. फरहाना महफूज अस्पताल में अनुपस्थित थीं और जांच की सूचना पर देर से पहुँचीं। इस पर स्थानीय लोगों ने भी नाराजगी जताई।
निरीक्षण में बरही एसडीओ जोहन टुडू और चौपारण बीडीओ नितेश भास्कर भी मौजूद रहे। उपायुक्त द्वारा पहले ही तत्काल जांच के आदेश दिए गए हैं।
"आकाशी योजना" जैसी सरकारी योजनाओं के बावजूद इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सिविल सर्जन ने भरोसा दिलाया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित