डेडियापाड़ा , नवंबर 15 -- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को गुजरात में नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के 150वीं जयंती समारोह में भाग लिया और देश के विभिन्न हिस्सों में आदिवासी उत्थान कार्यों के लिए 9,700 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात दी।
श्री मोदी की अध्यक्षता में यहां जनजातीय गौरव दिवस के राष्ट्रीय स्तर के उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें परंपरागत परिवेश में देश भर से आये आदिवासी कलाकारों ने जनजातीय सांस्कृतिक कार्यक्रम, पारंपरिक जनजातीय कला को प्रस्तुत किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में 9,700 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों की भेंट दी। विभिन्न बुनियादी ढांचा और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर उन्होंने जनसमूह को भी संबोधित किया। उन्होंने बिरसा मुंडा के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सम्मानित भी किया। श्री मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं, जो झारखंड में भगवान बिरसा मुंडा के घर गये।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान जनजातीय समुदायों के उत्थान और क्षेत्र के ग्रामीण एवं दूरदराज के इलाकों में बुनियादी ढांचे में सुधार के उद्देश्य से कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया और प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (डीए-जगुआ) के तहत निर्मित 1,00,000 घरों के गृह प्रवेश कार्यक्रम में भी भाग लिया।
उन्होंने लगभग 1,900 करोड़ रुपये की लागत से आदिवासी छात्रों को समर्पित 42 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस), समुदाय-आधारित गतिविधियों के केंद्र के रूप में कार्य करने वाले 228 बहुउद्देश्यीय केंद्रों, असम मेडिकल कॉलेज, डिब्रूगढ़ में सक्षमता केंद्र और आदिवासी संस्कृति एवं विरासत के संरक्षण के लिए मणिपुर के इम्फाल में आदिवासी अनुसंधान संस्थान (टीआरआई) भवन का उद्घाटन किया। इसके अलावा उन्होंने आदिवासी क्षेत्रों में कनेक्टिविटी में सुधार के लिए गुजरात के 14 आदिवासी जिलों के लिए 250 बसों को हरी झंडी दिखाई।
प्रधानमंत्री ने जनजातीय क्षेत्रों में संपर्क बढ़ाने के लिए 748 किलोमीटर नयी सड़कों और सामुदायिक केंद्रों के रूप में काम करने के लिए डीए-जेएजीयूए के अंतर्गत 14 जनजातीय बहु-विपणन केंद्रों (टीएमएमसी) की और 2,320 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 50 नये एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों की आधारशिला रखी, जिससे जनजातीय बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की सरकार की प्रतिबद्धता और मजबूत होगी।
श्री मोदी ने इससे पहले आज जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर देवमोगरा माता मंदिर में दर्शन किये। इस दौरान उन्होंने देवमोगरा माता की पूजा-अर्चना की और सभी नागरिकों के बेहतर स्वास्थ्य और प्रगति के लिए आशीर्वाद मांगा। प्रधानमंत्री ने इस अनुभव को पवित्र बताया और देश भर के लोगों से मंदिर में आकर माता का आशीर्वाद प्राप्त करने का आग्रह किया। सतपुडा पर्वतमाला में स्थित यह धाम आदिवासी समाज के लोगों की श्रद्धा का केन्द्र है।
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